जालौन: उत्तर प्रदेश के जालौन में नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन को समर्थन दे रही समाजवादी पार्टी ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी परिसर में धरना भी दिया. किसानों के समर्थन में सपा के एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ता केंद्र सरकार का पुतला फूंकने के लिए जमा हुए और इस दौरान पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हुई.


पुलिस से झड़प हो गई
उरई कोतवाली से कुछ दूरी पर जैसे ही सपा कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए पुतला लेकर पहुंचे वैसे ही सपाइयों की पुलिस से झड़प हो गई. पुलिस ने एक दर्जन कार्यकताओ को लॉकअप में बंद कर दिया. जिसके बाद देर रात सपा के 8 कार्यकताओ को छोड़ दिया गया और 5 सपाइयों को बलवा और सरकारी कार्य में बाधा डालने जैसे संगीन धाराओं में जेल भेज दिया गया. जेल जाने से सपा कार्यकर्ताओं का पहले मेडिकल परीक्षण और कोरोना टेस्ट कराया गया.


सपा किसानों के दर्द को समझती है
वहीं, सपा कार्यकताओं ने बताया कि सरकार के किसान विरोधी कानून को लेकर किसानों के समर्थन में प्रदर्शन और केंद्र सरकार का पुतला दहन किया गया था. सपा किसानों के दर्द को समझती है. हमारे नेता माननीय मुलायम सिंह यादव भी किसान हैं इसलिए हमारे 20 से 25 साथियों ने केंद्र सरकार का पुतला दहन किया है. इसी दौरान पुलिस ने कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की और लॉकअप में रखा. उन्होंने कहा कि सपा किसानों के साथ खड़ी है फिर चाहे आजीवन कारावास ही क्यों न हो जाए.


5 लोगों पर मुकदमा दर्ज
पूरे मामले को लेकर क्षेत्राधिकारी उरई संतोष कुमार ने बताया कि सपा का शांतिपूर्ण तरीके से सोमवार को धरना प्रदर्शन हुआ. इसी दौरान धरने से उठकर कुछ लोग शहर में उपद्रव करने लगे और चौराहे को जाम कर दिया. समझाने पर पुलिस से उलझ गए. इसलिए 5 लोगों पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर न्यायालय भेज दिया गया है.



ये भी पढ़ें:



बुलंदशहर: AAP नेता संजय सिंह का सियासी वार, बीजेपी को बताया गुंडों की पार्टी


UP Corona Update: रिकवरी रेट 95% के पार, अबतक इतने लोगों ने गंवाई जान