Lucknow News: मदनी का मंच छोड़ने वाले जैन गुरु डॉ. लोकेश मुनि ने अयोध्या में रामलला के दर्शन किए. इसके बाद लखनऊ (Lucknow) पहुंचे डॉ. लोकेश ने कहा कि लखनपुरी एक बहुत बड़ी खूबसूरत विरासत है, ऐतिहासिक नगरी है. यहां की मेहमान नवाजी की दूर-दूर तक चर्चा होती है. पिछले कुछ साल में यह बहुत तेजी से विकास कर रही है. यहां बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा. हमने अयोध्या जाकर प्रभु राम के दरबार मे समाज की, देश की खुशहाली और विकास के लिए प्रार्थना की.


इसी के साथ स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर जैन गुरु ने कहा कि जब जब चुनाव नजदीक आते हैं, तो राजनेता अपने हितों और स्वार्थ के लिए इस तरह के एजेंडे चलाते हैं. यह देश की जनता को देखना चाहिए कि ऐसी कुछ अनावश्यक बातें, जिनकी कोई जरूरत नहीं उन पर ऊर्जा न लगाएं. जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है. 


'देश की अखंडता और प्रेम के लिए काम करना है'
जैन गुरु डॉ. लोकेश मुनि ने कहा कि ऐसे समय में जब देश विकास कर रहा हो और आने वाले समय में महाशक्ति बनने वाला हो, तो बहुत सी ताकतें इसे रोकने का प्रयास करती है. देशवासियों को प्रयास करना चाहिए कि इन ताकतों को सफल ना होने दें. हमें समाज की समरसता देश की अखंडता और प्रेम के लिए काम करना है.


स्वामी प्रसाद मौर्य और महंत राजू दास की बयानबाजी पर जैन गुरु ने कहा कि हिंसा आतंक किसी समस्या का समाधान नहीं है. बातचीत हर समस्या को सुलझाया जा सकता है. एक जैन सन्यासी होने के नाते मैं कहूंगा कि महावीर ने अनेकांतवादी शैली की बात कही है. हम अपने विचारों की तरह दूसरे के विचारों का भी आदर करें. मनुष्य मशीन का प्रोडक्ट नहीं है. 


मंच छोड़ने को लेकर कही ये बात
मदनी का मंच छोड़ने को लेकर जैन गुरु ने कहा कि मैंने एक शब्द के लिए मंच छोड़ा, यह सच नहीं है. उनका पूरा का पूरा वक्तव्य किसी जगह भगवान राम को नकार रहा था, किसी में शिव को नकार रहे थे. किसी में यह रेखांकित करने का प्रयास कर रहे थे कि जैसे सब कुछ इस्लाम से ही है. मेरा ना इस्लाम से विरोध है ना मदनी से. मैं उनका आदर करता हूं आज भी, मैंने उनसे भी कहा कि आप मेरे पिता तुल्य उम्र के हो.


जैन गुरु ने आगे कहा कि मेरा सैद्धांतिक मानना है कि जिस चीज का आधार नहीं, जो तथ्यात्मक नहीं, जो इतिहास की दृष्टि से सही नहीं अगर मैं प्रतिकार नहीं करता तो लाखों की पब्लिक में गलत संदेश जाता. समाज में विघटन, नफरत, अलगाव पड़ता जो उचित नहीं था.मैंने अकेले नहीं बल्कि सर्व धर्म के लोगों ने इसका विरोध किया, बस मैंने बाकी सब का प्रतिनिधित्व करते हुए बात रखी.


इसी के साथ जैन गुरु डॉ. लोकेश मुनि ने कहा कि मैं कई वर्षों से उत्तर प्रदेश आता रहा हूं, कुछ साल पहले आया और लखनऊ में ही बहुत बदलाव देखने को मिल रहा.अयोध्या तक गया तो वहां बदलाव देखने को मिला.सब कुछ एक दिन में खड़ा नहीं हो जाता, लेकिन सीएम योगी की प्रगतिशील सोच है वह प्रदेश को आगे ले जाने के लिए प्रयत्न कर रहे.


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