हरिद्वार: हरिद्वार में देर रात हुई तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने से प्रसिद्ध हर की पैड़ी की दीवार ढह गई है. दीवार गिरने से हर की पौड़ी पर स्थित मंदिरों तक मलवा चारों तरफ फैल गया. गनीमत यह रही कि दीवार रात के वक्त गिरी और इस दौरान कोई आसपास नहीं था. अगर यह हादसा दिन के वक्त हुआ होता, तो बहुत बड़ा जानमाल का नुकसान हो सकता था.



हर की पैड़ी की दीवार गिरने की सूचना मिलने पर गंगा सभा के पदाधिकारी, साधु संत और जिला प्रशासन की टीम आनन-फानन में हर की पौड़ी पहुंचे. भूमिगत बिजली लाइन के कार्य और गैस पाइपलाइन के कार्य की खुदाई से हुए गड्ढों में बरसात का पानी भरने को भी इस दीवार के गिरने की वजह माना जा रहा है. इसको लेकर अब जिला प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं.



गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ का कहना है कि सोमवार रात करीब 3:00 बजे आकाशीय बिजली गिरने की वजह से दीवार गिरी है. उनका कहना है कि सोमवार को सोमवती का पर्व था. अगर यह दीवार दिन में गिरी होती, तो बड़ा जानमाल का नुकसान हो सकता था, लेकिन गंगा मैया की कृपा है कि कोई जनहानि नहीं हुई.



मौके का जायजा लेने जिला प्रशासन की टीम भी पहुंची. उप जिलाधिकारी कुसुम चौहान ने कहा कि दीवार के गिरने के कारणों की जांच की जाएगी. दीवार किस कारण से गिरी है, इसके लिए प्रशासन ने एक टीम गठित की है.


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