हमीरपुर, एबीपी गंगा। हमीरपुर में किसान को चूरन वाले नोट बैंक से दिए जाने के मामले में इलाहाबाद बैंक के जोनल हेड रणविजय सिंह ने जांच टीम गठित की है। बैंक के CCTV फुटेज सहित सभी बिंदुओं पर जांच के निर्देश जारी किए गए हैं । थाना मुस्करा इलाके के इमलिया गांव की इलाहाबाद बैंक की शाखा से 13 फरवरी को किसान ने एक लाख रुपये निकाले थे। जिसमें 10 हजार रुपये के चूरन वाले नोट निकलने थे।
बता दें कि बैंक से नकली नोट मिलने वाली ये सच्ची घटना यूपी के हमीरपुर जिले से सामने आई , जिसने सभी को चौंका दिया। जहां एक ग्राहक ने ये दावा किया है कि उसे बैंक से मिली नोटों की गड्डियों के बीच बच्चों के खेलने वाले नोट मिले हैं। ये ग्राहक एक किसान है, जिसने इलाहाबाद बैंक से एक लाख रुपये निकाले थे। बैंक ने उसे इन रुपयों की गड्डी उसे पकड़ाई थी। उसका कहना है कि जब मुझे गड्डी में नकली नोट मिले, तो मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई।
बताया जा रहा है कि हमीरपुर जिले में इलाहाबाद बैंक से किसान को नोट की गड्डी के बीच में छुपाकर पांच-पांच सौ के 20 यानी दस हजार के बच्चों के खेलने वाले नोट मिले हैं। इस घटना ने हर तरफ हड़कंप मचा दिया है। इस ग्राहक ने बेटी की शादी के लिए बैंक से एक लाख रुपया निकाला था । बैंक ने उसे पांच-पांच सौ रुपयों की दो गड्डियां दी थीं, जिसे ग्राहक झोले में रखकर घर ले गया और जब सामान खरीदने गया तो नोटों की गड्डी के बीच में 20 बच्चों के खेलने वाले नोट निकले। 10 हजार रुपये के गलत नोट देखकर किसान परेशान हो गया और उसने बैंक में जाकर शिकायत की, लेकिन बैंक वाले गोल-मोल जवाब देकर मामला टालने में लगे है। हालांकि, एबीपी गंगा पर प्रमुखता से ये खबर दिखाए जाने के बाद इस मामले में जल्द ही किसान को राहत मिल सकती है। मामले के जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
पीड़ित किसान शिव नरायन तिवारी ने इलाहाबाद बैंक की इमिलिया शाखा से अपने खाते से एक लाख रुपये निकाले थे। असली नोटों की साइज में निकले नकली नोटों में लिखा है- फुल आफ फन, भारतीय बच्चों का बैंक,द्वारा प्रत्याभू, चिल्ड्रन लेबल...मैं बच्चों को 500 नम्बर अदा करने का वचन देता हूं। बड़ी ही सफाई से इन नोटों को असली गड्डी के बीच में छिपाकर किसान को दे दिया गया।
ज़िले में मुस्कुरा ब्लाक के गहरौली गांव के रहने वाले किसान शिव नरायन तिवारी का इलाहाबाद बैंक की इमिलिया शाखा में बैंक खाता है। इस किसान की बेटी की शादी होनी है, इसलिए उसने अपने खाते से एक लाख रुपया निकाला था। उसे पांच-पांच सौ रुपयों की दो गड्डियां दी गयी थी, जिन्हें लेकर किसान घर चला गया और जब वो दहेज का सामान खरीदने बाजार गया, तो 50 हजार की गड्डी में बड़ी सफाई से सेट किए गए पांच-पांच सौ रुपयों के 20 बच्चों के खेलने वाले नोट निकले। 10 हजार के फर्जी नोट मिलने से परेशान किसान ने बैंक जाकर फर्जी नोटों की शिकायत की, तो बैंक मैनेजर टरकाऊ बातें करने लगे। हालांकि, कैमरे के सामने बैंक मैनेजर ने माना कि उस दिन कैशियर नहीं था। उसकी जगह दूसरे स्टाफ से विद्ड्रॉल कराया था और उस दिन के CCTV फुटेज भी नहीं है, क्योंकि CCTV के केबिल को चूहों ने काट दिया है । बुंदेलखंड में बैंकों द्वारा किसानों का शोषण करने की रोज नयी नयी खबरे आती रहती है अब इस किसान को फर्जी नोट देकर इलाहाबाद बैंक ने नया कारनामा कर के सब को हैरत में डाल दिया है ।
यह भी पढ़ें:
ABP Ganga Top 10: Coronavirus को लेकर सतर्क सरकार समेत पढ़ें 5 मार्च की टॉप हेडलाइंस पीएम मोदी के बाद सीएम योगी ने भी बनाई होली मिलन समारोह से दूरी, जनता को दिया ये संदेश