Imran Masood on India Pakistan Ceasefire: भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हो गया है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सबसे पहले एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी. विपक्षी दलों ने सैन्य कार्रवाई की तारीफ की लेकिन, सरकार को लेकर उठने शुरू हो गए है. कांग्रेस सांसद इमरान मसूद की सीजफायर को लेकर तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि अमेरिका के हस्तक्षेप के बाद सीजफायर पर सरकार को घेरते हुए पूछा कि क्या अमेरिका हमारा बाप है? हम किसी तीसरे देश की मध्यस्थता क्यों स्वीकार करेंगे. 

कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने दैनिक भास्कर से बातचीत में सीजफायर को देश के लिए अपमान बताया और कहा कि हमारे देश के जवान पाकिस्तान के अंदर घुसकर बम मारकर आए हैं. सेना के पराक्रम में कोई कमी नहीं है, सबको देश की सेना पर गर्व है. मगर आपने (BJP) सीजफायर कर दिया, वो भी अमेरिका के कहने के बाद. यूक्रेन जैसे छोटे देश के राष्ट्रपति उठकर आ जाता है मगर यहां एक बटन अमेरिका से दबा और हमारे प्रधानमंत्री मान गए.

अमेरिका के हस्तक्षेप को लेकर उठाया सवालइमरान मसूद ने अमेरिका के हस्तक्षेप के बाद सीजफायर के ऐलान पर कहा कि "अमेरिका हमारा बाप है क्या? अटल जी से सीख ले लेता. अपनी पार्टी से सीख लेते. कारगिल युद्ध में उनका क्या रुख था. हम तीसरे की मध्यस्थता क्यों स्वीकार करेंगे?" उन्होंने कहा जो लोग सैनिकों का अपमान कराने का आरोप लगा रहे हैं वो पहले अपने गिरेबान में झांकें, ये सीजफायर अपमान है या सम्मान? इसका फैसला अपने आप करें. अमेरिका ने बटन दबाया और आपने बिना शर्त के सीजफायर कर दिया. 

उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ ये कहना चाहता हूं कि पहलगाम हमले के कातिलों का पता चलना चाहिए. उन्हें सजा मिलनी चाहिए. वो जिंदा हैं और हमने युद्ध विराम कर दिया. इमरान मसूद सीजफायर का ऐलान होने के बाद इंदिरा गांधी का वीडियो शेयर करने के बाद भी सुर्खियों में आए थे. जब उनसे इस पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उनकी विचारधारा के लोगों को गांधी परिवार से चिढ़ है लेकिन, इंदिरा जैसा बनने के लिए बहुत कुछ सीखना पड़ता है. इंदिरा गांधी रियल लीडर थीं. अमेरिका के प्रतिबंध के बावजूद वो अपनी बातों पर अड़ी रहीं.