UP News: ऑल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन के मुख्य इमाम उमर अहमद इलियासी ने एक फतवा जारी किया है, जिसमें कहा है कि भारत में कोई भी इमाम देश में मारे गए किसी भी आतंकवादी के जनाजे में नमाज़ नहीं पढ़ाएगा. वहीं मुरादाबाद में इस पार बात करते हुए भारतीय सुफी फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष काशिश वारसी ने कहा कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता. अगर मौलाना इलियासी ने ऐसा फतवा जारी किया है और इसे पाकिस्तान भेजा है, तो मैं यही कहूंगा कि जो लोग अपने देश को इस्लामी कहते हैं और इस्लाम का पालन करने का दावा करते हैं और ऐसे फतवों को रोकने में विफल रहते हैं वे शर्मनाक हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि वे इस्लाम को बदनाम कर रहे हैं.

इमाम उमर अहमद इलियासी ने ये फतवा हालिया पहलगाम घटना के बाद जारी किया. उन्होंने पाकिस्तान समेत 57 इस्लामिक देशों में अपना फतवा भेजा. यही नहीं उन्होंने आतंकी संगठनों के इस्लामिक नाम रखने पर भी आपत्ति जताई थी. इलियासी के बयान को भारत में समर्थन मिलना शुरू हो गया है.

कशिश वारसी उतरे समर्थन में कशिश वारसी ने भी इमाम इलियास का समर्थन दिया है. उन्होंने कहा कि जो देश अपने आपको इस्लाम का देश बताते हैं वो इन आतंकियों के खिलाफ फतवा जारी नहीं कर पाए काफी शर्मनाक है. उन्होंने कहा कि आतंकी गतिविधियाँ किसी भी धर्म के खिलाफ हैं और इस्लाम में हिंसा को कभी जायज नहीं ठहराया गया. आतंकवाद इस्लामिक परम्पराओं के खिलाफ है.

बता दें कि पहलगाम की घटना के बाद देश के ज्यादातर मुस्लिम संगठनों ने इस हमले की निंदा की थी और आतंकवाद के खिलाफ सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की थी. वहीँ अब मुस्लिम धर्म गुरुओं का आतंकवाद के खिलाफ इस तरह का कदम आतंकियों के लिए कड़ा सन्देश है कि उन्हें धर्म या समाज में अब एंट्री नहीं मिलेगी.