IIT Kanpur Rape Case: आईआईटी कानपुर में पढ़ने वाली एक छात्रा ने कानपुर पुलिस कमिश्नरेट में तैनात एसीपी रैंक के अधिकारी मोहसिन खान पर रेप का मुकदमा दर्ज कराया था. आरोपी मोहसिन खान को हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान अरेस्टिंग स्टे मिल गया, जिसके चलते अब पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी नहीं कर सकेगी. आरोपी के अधिवक्ता ने पीड़िता पर आरोप लगाया कि, वह पहले से शादी है उसने मोहसिन खान के घर जाकर उसके बच्चे को मारने का प्रयास किया था और उसकी पत्नी से झगड़ा भी किया था. इस दावे से आहत होकर छात्रा ने एक्स पर अपना दर्द बयां कर इसांफ की गुहार लगाई है.

पीड़िता ने एक्स हैंडल पर लिखा कि,  मैं उत्तर प्रदेश के कल्याणपुर पुलिस स्टेशन में एफआईआर संख्या 0570 के तहत दर्ज यौन उत्पीड़न मामले में शिकायतकर्ता हूं. पीपीएस अधिकारी मोहम्मद मोहसिन खान से जुड़े इस संवेदनशील मामले में पीड़ित के रूप में, मैं अपने ऊपर हो रहे गंभीर नतीजों को लेकर बेहद चिंतित हूं. इतने जघन्य अपराध का पीड़ित होने के बावजूद, अब मुझे मोहसिन खान और उनके वकील गौरव दीक्षित द्वारा बदनामी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि मैं समझती हूं कि आरोपी को अपना बचाव करने का अधिकार है, लेकिन इस्तेमाल की गई रणनीति गंभीर रूप से चिंताजनक है.

पीड़िता ने आरोपी से बताया खुद को खतरापीड़िता ने आगे लिखा कि, "न्यूज चैनल में चली खबर के मुताबिक एसीपी के वकील ने मुझ पर एक मासूम बच्चे की हत्या के प्रयास का खुलेआम आरोप लगाया है. इन झूठी कहानियों ने मुझे भयभीत कर दिया है. पीड़िता का कहना है कि, मोहसिन खान जिनका आचरण उजागर हो चुका है, लेकिन अभी तक निलंबित या गिरफ्तार नहीं किया गया है, मेरे खिलाफ झूठे आरोप दायर कर सकते हैं. मैं विशेष रूप से असुरक्षित हूं क्योंकि इन मनगढ़ंत मामलों का मेरे करियर और भविष्य पर विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं.

पीड़िता ने लिखा कि, मैं ईमानदारी और सम्मानपूर्वक आपसे और उत्तर प्रदेश पुलिस से अपील करती हूँ कि यह सुनिश्चित करें कि मोहसिन खान या उनके सहयोगियों द्वारा मेरे खिलाफ कोई झूठा मामला दर्ज न किया जाए. भले ही मूल शिकायत के लिए न्याय न मिल सके, मैं आपसे अनुरोध करती हूँ कि मुझे आगे के उत्पीड़न से बचाने में समर्थन करें. मैंने न्याय की तलाश में पहले ही अपनी गरिमा और प्रतिष्ठा का बलिदान कर दिया है.

मैं अपने करियर और भविष्य का बलिदान नहीं कर सकती. अगर यह उत्पीड़न अनियंत्रित रूप से जारी रहा तो मेरे पास आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाने के अलावा कोई और कोई विकल्प नहीं बचेगा. कृपया न्याय की अखंडता को बनाए रखने और एक नागरिक के रूप में मेरी सुरक्षा और अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करें. फिलहाल पीड़िता का पक्ष एक्स पर की गई पोस्ट से साफ संकेत दे था है कि आईआईटी रेप केस में क्या चल रहा है.

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