Sambhal News: संभल में 24 नवंबर की हिंसा के बाद लगातार तनाव बना हुआ था. लोगों के मन में चिंता थी कि इस बार होली और जुमे की नमाज एक ही दिन पड़ रही है, ऐसे में माहौल कैसे शांतिपूर्ण रहेगा? लेकिन संभल के चार अधिकारियों की सूझबूझ और बेहतरीन रणनीति के चलते सब कुछ शांतिपूर्ण तरीके से निपट गया.

संभल के जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया, पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई, अपर पुलिस अधीक्षक श्रीशचंद्र, और उपाधीक्षक अनुज कुमार चौधरी ने मिलकर ऐसा प्लान बनाया कि न सिर्फ होली का त्योहार हंसी-खुशी मनाया गया, बल्कि जुमे की नमाज भी बिना किसी रुकावट के अदा की गई.

संभल में पहले से था तनावसंभल का इतिहास देखें तो यह शहर कई बार सांप्रदायिक तनाव का गवाह बना है. 24 नवंबर 2023 को हुई हिंसा ने शहर के हालात और बिगाड़ दिए थे. पुलिस-प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि होली और जुमा एक साथ होने के कारण कोई अप्रिय घटना न हो. इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने पहले से तैयारी शुरू कर दी थी.

संभल प्रशासन ने दोनों समुदायों के प्रतिष्ठित लोगों से संपर्क किया और बैठकें कीं. सभी से अपील की गई कि वे अपने-अपने त्योहारों को शांति से मनाएं और एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करें. इसके अलावा, पुलिस ने शहर में जगह-जगह सुरक्षा बल तैनात किए. संवेदनशील इलाकों में ड्रोन कैमरों से निगरानी रखी गई. फ्लैग मार्च किया गया, जिससे लोगों में यह संदेश गया कि कोई भी कानून तोड़ने की कोशिश करेगा तो सख्त कार्रवाई होगी.

संभल प्रशासन की सोशल मीडिया पर पैनी नजरधार्मिक स्थलों के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई और अफवाहों को रोकने के लिए सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर रखी गई. प्रशासन ने साफ कर दिया था कि अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी. इन सख्त लेकिन संतुलित उपायों का असर यह हुआ कि होली पर लोग खुलकर रंग-गुलाल उड़ाते रहे और नमाज भी पूरी शांति से अदा की गई. शहर में किसी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं हुई. संभल प्रशासन की इस पहल ने साबित कर दिया कि अगर सही योजना और समुदाय का सहयोग मिले, तो हर चुनौती को आसानी से हल किया जा सकता है.

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