हरिद्वार में स्नेक वेनम सेंटर पर मेनका गांधी की संस्था के साथ वन विभाग की टीम ने छापेमारी करते हुए 86 सांप को बरामद किया था, इनमें से 6 सांपों की अब मौत हो चुकी है. यह सेंटर अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था. यहां केवल एक ही हैंडलर मौजूद था, जबकि केंद्र पर 86 जहरीले सांप पाए गए, जिससे जहर निकालकर बेचा जाता था. यह भी बताया गया कि इस केंद्र का लाइसेंस पहले ही एक्सपायर हो चुका था. इस मामले में वन विभाग पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं.
बताया गया कि स्नेक वेनम सेंटर का लाइसेंस दिसंबर 2023 में समाप्त हो चुका था. इसके बावजूद केंद्र 2025 तक संचालित किया जा रहा था, जहां पर खतरनाक सांप की प्रजातियों का जहर निकाला जाता था. इनमें से कोबरा व रसल वाइपर जैसे सांप अवैध रूप से रखे गए थे और उनका जहर निकालकर बेचा जा रहा था. इस जहर को अंतरराष्ट्रीय मार्केट में 32 हजार रुपये प्रति ग्राम के हिसाब से बेचा जाता है.
वन विभाग ने सांपों को जंगल में छोड़ा
उत्तराखंड वन विभाग की हालिया कार्रवाई में बरामद किए गए सांपों को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया. इसके बाद उन्हें जंगल में छोड़ दिया गया, लेकिन चौंकाने वाली बात यह रही कि बचाए गए 86 सांपों में से 6 सांपों की मौत हो चुकी है. अब सवाल यह भी है कि जब केंद्र का लाइसेंस समाप्त हो चुका था तो आखिर यह सेंटर कैसे 2025 तक चलता रहा और वन विभाग के कर्मचारी व अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी?
एक हैंडलर, दो कर्मचारियों के भरोसे चल रहा था सेंटर
जानकारी के अनुसार, केंद्र में केवल एक ही नाग हैंडलर और दो कर्मचारी तैनात थे. उनका काम सांपों से जहर निकालकर दवा निर्माण कंपनियों के लिए भेजना था. हैरानी की बात है कि नवंबर 2024 में स्वयं वन विभाग की टीम ने इस केंद्र का निरीक्षण भी किया था और वहां सांपों व जहर का विवरण दर्ज किया था, फिर भी इस केंद्र के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई.
पूर्व सांसद मेनका गांधी ने की कार्रवाई की मांग
इस मामले पर बीजेपी की पूर्व सांसद और एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट मेनका गांधी ने उत्तराखंड शासन को पत्र लिखकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने सवाल उठाया है कि जब विभाग की निगरानी इतनी ढीली रही, तो सांपों की मौत और अवैध शहर के व्यापार की जिम्मेदारी कौन लेगा?
अधिकारी बोले- जांच के बाद दोषियों पर होगी कार्रवाई
उत्तराखंड फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के वाइल्ड लाइफ पीसीसीएफ राजनन कुमार मिश्रा ने कहा कि हमने सभी सांपों को सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया है,जब की 6 सांपों की मौत हुई है जिनका प्रोसिजर के साथ पीएम कराया जा रहा है. वहीं इस मामले में उन्होंने जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है.