Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा में बीटा 2 कोतवाली पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए प्रतिबंधित प्रजाति के कछुओं की तस्करी करने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके कब्जे से 33 दुर्लभ और प्रतिबंधित कछुए बरामद किए हैं. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रिंकू और सोनू के रूप में हुई है, जो मूल रूप से गढ़मुक्तेश्वर के रहने वाले हैं. वह फिलहाल झुग्गी नट मढ़ैय्या, ग्रेटर नोएडा में रह रहे थे.

एनिमल वेलफेयर संस्था के गौरव गुप्ता ने पुलिस को इस तस्करी गिरोह की सूचना दी थी. संस्था की टीम ने पहले ही जाल बिछा रखा था और तस्करों से संपर्क कर उन्हें कछुओं के लिए ऑर्डर दिया. जैसे ही तस्कर कछुओं की डिलीवरी के लिए पहुंचे, बीटा-2 पुलिस ने ग्राम नट मढ़ैय्या के पास से दोनों को गिरफ्तार कर लिया.

शातिर अपराधी है दोनों अपराधीएडिशनल डीसीपी सुधीर कुमार के अनुसार, ये दोनों आरोपी शातिर किस्म के अपराधी हैं जो प्रतिबंधित कछुओं को पकड़कर उन्हें ऊंचे दामों में बेचते थे. आज भी आरोपी रिंकू को फोन पर 100 कछुओं का ऑर्डर मिला था. इसी डिलीवरी के दौरान उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया.

पुलिस ने बताया कि इससे पहले भी रिंकू का साथी भीम 100 प्रतिबंधित कछुओं के साथ दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़ा जा चुका है. इस मामले में दिल्ली के गीता कॉलोनी थाने में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था. इसी अधिनियम के तहत रिंकू और सोनू के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

यह कार्रवाई एनिमल वेलफेयर संस्था और पुलिस की संयुक्त योजना और सतर्कता की वजह से सफल हुई है. ऐसे अपराधों पर सख्त कार्रवाई कर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम को प्रभावी बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है. आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी.

काफी समय से तस्करी कर रहा है गिरोहगिरफ्तारी के बाद मौके पर वन विभाग की टीम को बुलाया गया और सभी बरामद किए गए कछुओं को उनके हवाले कर दिया गया. बताया जा रहा है कि यह गिरोह लंबे समय से प्रतिबंधित कछुओं की तस्करी कर रहा था और यमुना नदी से कछुए पकड़कर 2000 रुपये प्रति कछुआ बेचता था.

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