उत्तर प्रदेश सरकार के एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और इंडस्ट्रियल बिजनेस एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को औद्योगिक इकाइयों के लिए पंजीकरण एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. इस शिविर में ग्रेटर नोएडा और आसपास के क्षेत्र से आए लगभग 160 उद्यमी प्रतिनिधियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया.
शिविर में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी नवीन कुमार सिंह ने उद्यमियों को औद्योगिक नियमों, लाइसेंसिंग प्रक्रियाओं, भूमि उपयोग नीतियों और उद्योग संचालन से संबंधित प्रावधानों की विस्तार से जानकारी दी. इस दौरान श्रम विभाग, कारखाना निरीक्षण विभाग और उद्यमी मित्र योजना से जुड़े अधिकारियों ने भी अपने-अपने विभागों के नियमों, पंजीकरण प्रक्रिया और योजनाओं की विस्तृत जानकारी साझा की गई.
शिविर से उद्यमी होंगे जागरूक
वहीं इंडस्ट्रियल बिजनेस एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित उपाध्याय ने बताया कि इस शिविर का उद्देश्य उद्यमियों को सरकारी प्रक्रियाओं के प्रति जागरूक करना, उद्योग संचालन में आने वाली बाधाओं को दूर करना और शासन की योजनाओं का लाभ सीधे उद्योगपतियों तक पहुंचाना है. उन्होंने कहा कि ऐसे शिविरों से उद्योग जगत और प्रशासन के बीच संवाद बेहतर होता है, जिससे औद्योगिक विकास को नई गति मिलती है.
उद्यमियों को मिलेंगी हर सुविधा
इस अवसर पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव ने कहा कि राज्य सरकार औद्योगिक विकास को प्राथमिकता दे रही है. यह शिविर उद्योगों के सशक्तिकरण और प्रदेश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में एक अहम पहल है. उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि भविष्य में ऐसे और शिविरों का आयोजन कर उद्यमियों को हर संभव सुविधा प्रदान की जाएगी.
बता दें कि योगी सरकार प्रदेश में उद्योग को लेकर बेहद गंभीर है. नोएडा में लगातार इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के लिए सरकारी अधिकारी योजनाओं को अमली जामा पहना रहे हैं. दिल्ली-एनसीआर में नोएडा आज सबसे बड़ा उद्योग का हब इसलिए ही बन रहा है.