ग्रेटर नोएडा में जिला प्रशासन और प्राधिकरण पर वादाखिलाफी का गंभीर आरोप लगाते हुए किसान सभा के पदाधिकारियों ने खोदना खुर्द और खेड़ी भनौता गांव में बड़ी जनसभाएं और प्रचार अभियान चलाया. किसानों ने स्पष्ट कहा कि अब 10 प्रतिशत आबादी प्लॉट और नए कानून के क्रियान्वयन को किसी भी कीमत पर टालने नहीं दिया जाएगा. इस बार निर्णायक आंदोलन होगा और मौके पर ही समस्याओं का समाधान कराया जाएगा.किसान सभा के जिलाध्यक्ष डॉ. रुपेश वर्मा ने बताया कि किसानों ने पूर्व में कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया था. उस समय प्रशासन और प्राधिकरण के अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि मुख्य सचिव से बैठक कराकर आबादी प्लॉट, नए कानून और आबादियों के निस्तारण की समस्याओं का समाधान कराया जाएगा लेकिन 3 जून के बाद से अब तक कोई बैठक नहीं कराई गई है. उन्होंने कहा कि इस बार की लड़ाई अधूरी नहीं छोड़ी जाएगी, जीत हासिल कर ही दम लेंगे.

10% आबादी प्लाट किसानों का हक़

सभा के संरक्षक राजेंद्र नागर ने कहा कि 10 प्रतिशत आबादी प्लॉट किसानों का अधिकार है और किसी भी स्थिति में इसे छोड़ा नहीं जाएगा. वहीं संयोजक वीर सिंह नागर ने याद दिलाया कि 124 दिनों के ऐतिहासिक आंदोलन में 10 प्रतिशत आबादी प्लॉट का प्रस्ताव पहले ही पारित हो चुका है और अब केवल शासन की अंतिम मंजूरी शेष है.

बड़ा आन्दोलन होगा

सभा में किसानों का उत्साह और आक्रोश साफ दिखाई दिया. उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन ने तुरंत ठोस कदम नहीं उठाए, तो गांव-गांव से किसान एकजुट होकर बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे.किसानों का कहना है कि कई बार आश्वासन के बावजूद उन्हें उनका हक नहीं मिल रहा. इस मौके पर सुशील सोनपुर, ओम दत्त शर्मा, सुरेंद्र यादव, सतपाल खारी, भीम खारी, कालू नागर, प्रधान धर्मपाल सहित कई किसान नेता और ग्रामीण मौजूद रहे, किसानों का यह संदेश साफ था कि अब समय आश्वासनों का नहीं, बल्कि हक के लिए निर्णायक संघर्ष का है.