UP News: ग्रेटर नोएडा में कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय क्लस्टर सुविधा इकाई की एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें चावल निर्यात, कृषि आधारित क्लस्टरों की प्रगति और किसानों की आमदनी बढ़ाने को लेकर विस्तृत चर्चा की गई.बैठक के दौरान चावल निर्यातक कंपनी मैसर्स केआरबीएल लिमिटेड, ग्राम अच्छेजा द्वारा वर्ष 2023-24 में किए गए चावल निर्यात से संबंधित 15,660 क्विंटल चावल के दस्तावेज समय पर प्रस्तुत न करने के मुद्दे पर विचार किया गया. कंपनी द्वारा अतिरिक्त समय की मांग की गई थी, जिसे निर्यात नीति के अंतर्गत डीएम व इकाई के सदस्यों द्वारा स्वीकार कर लिया गया.कृषि क्लस्टरों की प्रगति पर जोरमंडी सचिव पंकज शर्मा ने जनपद में प्रस्तावित कृषि आधारित क्लस्टरों पर प्रस्तुति दी. उन्होंने बताया कि मंडी परिषद किसानों को विपणन, भंडारण और मूल्य संवर्धन की सुविधाएं देने हेतु विभिन्न योजनाएं लागू कर रही है, जिससे किसान सीधे लाभान्वित हो सकें.जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कृषि क्लस्टरों के माध्यम से किसानों को एकीकृत मार्केटिंग, प्रोसेसिंग और मूल्यवर्धन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए. उन्होंने कहा कि FPOs और मंडियों के बीच लगातार समन्वय बनाए रखना जरूरी है, जिससे किसानों को उनके उत्पादों का उचित और लाभकारी मूल्य मिल सके.इस अहम बैठक में उप कृषि निदेशक राजीव कुमार, उपायुक्त उद्योग अनिल कुमार, खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अभिहित अधिकारी सर्वेश मिश्रा, डीडीएम नाबार्ड अलका, गौतम बुद्धा ऑर्गेनिक फार्मिंग से शिव कुमार, हरनंदी कृषि उत्पादक संगठन से संजय शर्मा, ज्येष्ठ कृषि विपणन निरीक्षक समेत कई विभागीय अधिकारी और प्रतिनिधि मौजूद रहे.यह समीक्षा बैठक न केवल कृषि निर्यात को गति देने, बल्कि किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने और स्थानीय कृषि क्लस्टरों को प्रभावी ढंग से संचालित करने की दिशा में एक ठोस पहल रही. जिला प्रशासन के सक्रिय हस्तक्षेप से भविष्य में कृषि क्षेत्र में व्यापक सुधार और किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी की संभावना प्रबल हो गई है.