Greater Noida News: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक और अहम कदम बढ़ाते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की अपर मुख्य कार्यपालक अधिकाोरी (एसीईओ) प्रेरणा सिंह ने गुरुवार को निर्माणाधीन मास्टर सीवेज पंपिंग स्टेशन (एमएसपीएस) और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का स्थल निरीक्षण किया. इस मौके पर उन्होंने परियोजना कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों को गति दी जाए तथा तय समयसीमा से पहले ही पूरा किया जाए.
इन दोनों परियोजनाओं का निर्माण ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर-1 में किया जा रहा है. करीब 71 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा एसटीपी 15 माह की समयावधि में तैयार किया जाना है, जिसकी क्षमता 45 एमएलडी सीवेज शोधित करने की होगी. वहीं एमएसपीएस के निर्माण पर लगभग 8 करोड़ रुपये की लागत आएगी और इसे 6 माह के भीतर पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसकी शोध क्षमता 80 एमएलडी होगी.
निरीक्षण के दौरान एसीईओ ने अधिकारियों को दिए निर्देशनिरीक्षण के दौरान एसीईओ प्रेरणा सिंह ने स्पष्ट कहा कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट की तीव्र जनसंख्या वृद्धि को ध्यान में रखते हुए इन बुनियादी सुविधाओं को समय से पहले चालू करना अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने निर्माण एजेंसियों को गुणवत्ता से कोई समझौता न करने की सख्त हिदायत दी और यह सुनिश्चित करने को कहा कि कार्य पूर्ण होने के बाद क्षेत्रवासियों को दीर्घकालिक समाधान मिल सके.
एसीईओ प्रेरणा सिंह ने यह भी बताया कि इन दोनों परियोजनाओं के पूरा होने से ग्रेटर नोएडा के एक दर्जन गांवों और इतने ही सेक्टरों में सीवेज निस्तारण की सुविधा बेहतर होगी. उन्होंने कहा कि यह प्राधिकरण की प्राथमिकता है कि क्षेत्र को स्वच्छ, टिकाऊ और स्मार्ट बनाया जाए, और यह प्रोजेक्ट उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है. निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ प्रबंधक विनोद शर्मा सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे. शर्मा ने बताया कि परियोजनाओं के पूर्ण होते ही क्षेत्र के हजारों निवासियों को स्वच्छता संबंधी समस्याओं से राहत मिलेगी.
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