Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सोमवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर के प्रथम दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहीं थीं. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु के मुख्य आतिथ्य और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में आयोजित समारोह में राज्यपाल ने कहा कि कोई भी संस्था चाहे वह मरीजों के लिए बने या अन्य लोगों के लिए, इसमें जमीन देने वालों को कभी नहीं भूलना चाहिए. लेने के साथ देने के भाव के साथ आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि एम्स गोरखपुर के पहले दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति का आगमन सबके लिए प्रेरक है.

राज्यपाल ने कहा कि आज दीक्षांत समारोह में शामिल अवार्डी बेटियों की संख्या से उन्हें खुशी है. 21वीं सदी महिलाओं की सदी है. कहा कि जहां भी जाती हूं, 100 में 80 बेटियां लाइन में दिखती हैं. राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि महिलाओं की शक्ति के बिना देश विकास नहीं कर पाएगा. उन्होंने पदक विजेताओं को बधाई दी और न पाने वालों को सीख देते हुए कहा कि उन्हें दूसरों के लिए अपनी खुशहाली व्यक्त करनी चाहिए. 

राज्यपाल ने कहा- ऐसा क्या किया योगी जी ने, मुस्कुराने लगीं राष्ट्रपतिअपने संबोधन के दौरान राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सीएम योगी को लेकर ऐसी बात बोल दी कि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु भी मुस्कुराने लगीं. राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु जी ने आज से दो दिन का समय स्पेशली गोरखपुर के लिए अलॉट कर दिया है, समझ नहीं आता कि ऐसा क्या किया योगी जी ने. यह सुनते ही राष्ट्रपति सहित सभी लोग हंसने-मुस्कुराने लगे.

गरीब-किसान की हाथ पकड़कर सेवा करें डॉक्टरराज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने नए चिकित्सकों का आह्वान किया है कि वे उन किसानों, गरीबों को कभी न भूलें जिन्होंने बड़ी संस्थाओं को बनवाने में अपनी जमीन देकर त्याग किया है. संस्थाओं को बनाने में किसका पसीना गिरा है यह जरूर देखना. गरीब, किसान, महिला जब भी इलाज के लिए आपके दरवाजे पर आए तो हाथ पकड़कर उसकी सेवा करना.

स्वस्थ भारत ही बनेगा विकसित भारत की नींव : अनुप्रिया पटेलएम्स गोरखपुर के प्रथम दीक्षांत समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि पूर्वांचल की जनता को उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवा देने के लिए एम्स गोरखपुर की स्थापना की गई है. यह अपने लक्ष्यों की तरफ तेजी से आगे बढ़ा है. कहा कि मोदी सरकार ने देश में एम्स की संख्या को 7 से बढ़ाकर 23 कर दिया है. 

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2047 तक देश को विकसित बनाने का संकल्प प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लिया गया है. इस कड़ी में स्वस्थ भारत ही विकसित भारत की नींव बनेगा. उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में लाई गई नई स्वास्थ्य नीति लोगों के उपचार तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसमें एकीकृत स्वास्थ्य सेवा को समाहित किया गया है. उन्होंने कहा कि भारत के लिए स्वास्थ्य एक साझा संकल्प है. यह दुनिया के लिए भी सोचता है.

कोरोना काल में 220 करोड़ लोगों को टीकाकृत करने के अलावा भारत ने 100 से अधिक देशों को भी कोरोना का टीका उपलब्ध कराया. उन्होंने एम्स प्रथम बैच के पास आउट डॉक्टर का आह्वान किया की गई समाज और राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखें. दीक्षांत समारोह में स्वागत संबोधन एम्स गोरखपुर के अध्यक्ष देश दीपक वर्मा और एम्स की प्रगति रिपोर्ट का प्रस्तुतीकरण कार्यकारी निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी मेजर जनरल डॉ. विभा दत्ता ने किया. इस अवसर पर गोरखपुर के सांसद रविकिशन शुक्ल समेत कई जनप्रतिनिधि, एम्स गवर्निंग बॉडी के सदस्यगण, फैकल्टी मेंबर और विद्यार्थी उपस्थित रहे.

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