गोरखपुर में पशु तस्करों के साथ झड़प में NEET की तैयारी कर रहे 19 वर्षीय छात्र दीपक गुप्ता की निर्मम हत्या ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है. सांसद रवि किशन शुक्ला ने इस दर्दनाक घटना पर गहरा शोक जताते हुए परिजनों को न्याय और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. उन्होंने टेलीफोनिक बातचीत में कहा कि अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नीति साफ है कि दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई होगी.

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इस घटना ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जहां पुलिस ने एक आरोपी तस्कर का एनकाउंटर कर दिया है.

क्या था पूरा मामला ?

बता दें कि पिपराइच थाना क्षेत्र के मऊआचापी गांव में सोमवार देर रात करीब 11:30 बजे 10-12 पशु तस्कर दो पिकअप वैन से पहुंचे. उन्होंने दुर्गेश गुप्ता की फर्नीचर दुकान का शटर तोड़ने की कोशिश की, लेकिन शोर सुनकर दीपक गुप्ता स्कूटर से मौके पर पहुंचा. ग्रामीणों के साथ मिलकर उसने तस्करों का पीछा किया आरोप है कि तस्करों ने दीपक को गाड़ी में खींच लिया, 4-6 किलोमीटर दूर ले जाकर पीट-पीटकर और मुंह में गोली मारकर हत्या कर दी. मंगलवार सुबह खून से लथपथ शव मिला. पोस्टमॉर्टम में गोली के निशान की पुष्टि हुई. गुस्साए ग्रामीणों ने रोड जाम कर दिया, पुलिस पर पथराव किया, जिसमें एसपी डॉ. विनीत जायसवाल घायल हो गए. पुलिस ने एक पिकअप में आग लगने से रोक लिया.

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सांसद रवि किशन का मदद का आश्वासन

हत्या से आहत सांसद रवि किशन ने कहा कि यह घटना पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है. मंगलवार को उनके निर्देश पर प्रतिनिधि मंडल पीड़ित परिवार से मिला. इसमें शिवम द्विवेदी (निजी सचिव), बाबू राधेश्याम सिंह, आनंद शाही, अष्टभुजा तिवारी, समरेंद्र सिंह और संघर्ष मणि शामिल थे. टेलीफोन पर सांसद ने भावुक बातचीत की कहा कि मैं परिवार के हर संभव मदद के लिए खड़ा हूं. पूज्य महाराज योगी आदित्यनाथ से निवेदन कर सरकार से सहायता दिलाऊंगा. परिजनों ने एक करोड़ मुआवजा, सरकारी नौकरी और दोषियों को फांसी की मांग की. दीपक की मां ने रोते हुए कहा कि मेरे बेटे का क्या कसूर था?

पुलिस कार्रवाई: एनकाउंटर और गिरफ्तारियां

गोरखपुर पुलिस ने इस मामले में तेज कार्रवाई की. बुधवार को मुख्य आरोपी पशु तस्कर रहीम का एनकाउंटर कर दिया गया, जो घायल है. साथ ही छोटू और राजू सहित दो अन्य बदमाश गिरफ्तार हो चुके हैं. कुल 4 गिरफ्तारियां हुईं. एसएसपी ने कहा कि आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड जांचा जा रहा है. पुलिस चौकी सस्पेंड कर दी गई.

परिवार का शोक और आक्रोश

पीड़ित परिवार शोक और आक्रोश में डूबा है. दीपक डॉक्टर बनने का सपना देख रहा था. इस घटना ने गोरखपुर में तनाव बढ़ा दिया, जहां ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया. सांसद के प्रतिनिधियों ने परिवार को सांत्वना दी और कहा कि वे इस लड़ाई में अकेले नहीं हैं.