यूपी के गोरखपुर में बाढ़ का खतरा इस कदर बढ़ गया है कि ग्रामीण अब दहशत में हैं. रोहिन नदी के बाद अब राप्ती नदी ने भी खतरे का निशान पार कर दिया है. राप्ती नदी के आसपास के इलाके में बाढ़ के पानी की वजह से संपर्क कट गया है. 

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यही वजह है कि महिलाएं और लड़कियां भी नाव चलाकर गांव से शहर आ रहे हैं. गोरखपुर के राप्ती नदी तट के पास बसे बहरामपुर गांव का संपर्क मार्ग बाढ़ के पानी में डूब गया है. यही वजह है कि रोजमर्रा के कार्यों और जरूरत के सामान के लिए निकलने के लिए महिलाओं और नाबालिग लड़कियों को भी नाव चलाकर बाहर आना पड़ रहा है. ऐसे में उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

11 साल की बच्ची ने क्या बताया?

गोरखपुर के बहरामपुर गांव की रहने वाली महिमा 11वीं कक्षा की छात्रा है. महिमा बताती है कि वह नाव चलाना तो जानती है लेकिन ठीक से तैरना नहीं जानती है. पानी में ही रहते चले आए हैं, इसलिए डर नहीं लगता है. महिमा ने बताया कि अपनी तीन दिन से बढ़ गया है.पानी धीरे-धीरे बढ़ रहा है. 

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आर्यावर्त बालिका विद्यालय में पढ़ती है. बच्ची राधा निषाद ने बताया कि वह 5-6 साल से नाव चल रही है. हर साल इसी तरह बाढ़ की वजह से उन लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.

इलाके के ग्रामीण ने दी यह जानकारी 

गोरखपुर के बहरामपुर गांव के रहने वाले गंगा बताते हैं कि स्थिति काफी खराब है गांव पानी से घिर गया है. रोजमर्रा के सामान खरीदने के लिए नाव का सहारा लेकर बाहर निकलना पड़ रहा है. वृद्धा सुगुना देवी बताती है कि उन्हें नाव से आना-जाना पड़ रहा है. उन्हें डर लग रहा है लेकिन मजबूरी है. नाव कभी कोई ठिकाना नहीं है, कब डूब जाए. 

वहीं रमेश निषाद बताते हैं कि समय पर नाव नहीं मिलने से कम पर आने-जाने में दिक्कत हो रही है. अभी आधे घंटे से नाव का इंतजार कर रहे थे. गांव तक जाने वाली पगडंडी पूरी तरह से डूब चुकी है. घर में भी पानी घुस रहा है. बाढ़ के पानी की वजह से बहरामपुर और शेरगढ़ गांव डूब गया है. राप्ती नदी का पानी तेजी से बढ़ रहा है.

खतरे का निशान पार कर चुकी है राप्ती नदी 

गोरखपुर में राप्ती नदी बर्ड घाट पर खतरे का निशान पर कर चुकी है. राप्ती नदी खतरे का निशान 74.98 को पार करते हुए 24 सेंटीमीटर ऊपर 75.220 पर बह रही है. राप्ती नदी 24 घंटे में 16 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रही है. 

रोहिन नदी त्रिमुहानी घाट पर पहले ही खतरे का निशान पार कर चुकी है. रोहिन नदी खतरे का निशान 82.44 से 94 सेंटीमीटर ऊपर 83.380 आरएल मीटर पर बह रही है. रोहिन नदी 24 घण्टे में 83 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रही है. 

घाघरा नदी भी उफान पर

घाघरा नदी भी अयोध्या पुल और तुर्तीपार में खतरे का निशान पहले ही पार कर चुकी है. हालांकि अब घाघरा का पानी कम होना शुरू हो गया. घाघरा नदी अयोध्या पुल पर खतरे के निशान 92.73 से महज 1 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. 

वहीं तुर्तीपार में खतरे के निशान 64.01 से महज 53 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. बीते 24 घंटे में घाघरा नदी अयोध्या पुल पर 15 सेंटीमीटर और तुर्तीपार में 2.96 मीटर घटी है. 

गुर्रा नदी पिण्डरा में खतरे का निशान 70.50 से 45 सेंटीमीटर नीचे चल रही है. गुर्रा नदी 24 घंटे में 15 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रही है. हालांकि गोरखपुर में बहने वाली कुआनो नदी अभी खतरे के निशान से 3:30 मीटर नीचे चल रही है.