यूपी के गोरखपुर में सोमवार सुबह बशारतपुर, खरैया पोखरा क्षेत्र में एक बड़ा हादसा होने से बाल-बाल बच गया. नगर निगम की जेसीबी से सड़क निर्माण के दौरान बिजली के तार फंसने से तीन से चार बिजली के पोल तारों समेत गिर गए. इस घटना में एक साइकिल सवार बच्ची और एक बाइक सवार तारों की चपेट में आने से बाल-बाल बचे.
हादसे में दो से तीन कारें क्षतिग्रस्त हो गईं, और यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई. स्थानीय लोगों ने इसे नगर निगम की लापरवाही बताया, जबकि विद्युत विभाग ने जेसीबी चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
क्या हुआ था घटनाक्रम?
जानकारी के मुताबिक घटना शाहपुर विद्युत उपकेंद्र के अंतर्गत बशारतपुर, खरैया पोखरा कॉलोनी की है, जहां सोमवार को सुबह 9:56 से 10:00 बजे के बीच सड़क निर्माण कार्य चल रहा था. नगर निगम के कर्मचारी जेसीबी से जलभराव वाले क्षेत्र में मिट्टी डालकर सड़क समतल कर रहे थे. इसी दौरान जेसीबी का ऊपरी हिस्सा बिजली के तारों में फंस गया, जिससे एक पोल गिरा और फिर दो-तीन अन्य पोल भी तारों समेत धराशायी हो गए. तारों में शॉर्ट सर्किट होने से चिंगारियां निकलने लगीं, जिससे कॉलोनी में अफरा-तफरी मच गई.
सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि हादसे के ठीक पहले एक बाइक सवार वहां से गुजरा, और मात्र 5 सेकंड बाद एक साइकिल सवार, जो अपनी बच्ची को स्कूल छोड़ने जा रहा था, तारों की चपेट में आने से बाल-बाल बचा. हादसे में कॉलोनी में खड़ी दो से तीन कारें भी क्षतिग्रस्त हो गईं.
स्थानीय लोगों में आक्रोश
स्थानीय निवासी आनंद सिंह ने बताया कि यह हादसा नगर निगम की लापरवाही का नतीजा है. इतनी घनी बस्ती में बिना बिजली विभाग को सूचित किए जेसीबी से काम शुरू करना खतरनाक था. अगर कोई बड़ा हादसा हो जाता, तो इसका जिम्मेदार कौन होता? एक अन्य निवासी दीपक सिंह ने कहा कि हादसे के बाद बिजली सप्लाई चालू होने की वजह से लोग अपने घरों में दुबक गए. यह बहुत डरावना था.
विद्युत विभाग ने नगर निगम पर डाली जिम्मेदारी
शाहपुर विद्युत उपकेंद्र के एसडीओ वीके जायसवाल ने बताया कि नगर निगम ने बिना बिजली विभाग को सूचित किए सड़क निर्माण शुरू किया. जेसीबी के तारों में फंसने से तीन सीमेंट के पोल गिर गए. यह एक निंदनीय घटना है. अगर कोई बड़ा हादसा या जनहानि होती, तो यह बहुत दुखद होता. उन्होंने बताया कि विद्युत व्यवस्था बहाल करने का काम शुरू कर दिया गया है, और जेसीबी चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.