गोरखपुर में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम और फूड विभाग की संयुक्त कार्रवाई में रोडवेज की एक बस से 20 क्विंटल मिलावटी खोवा बरामद हुआ है. इसे कानपुर से अवैध रूप से लाया जा रहा था. यह खोवा मिठाई बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाला था, लेकिन स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक पाया गया.
कंडक्टर द्वारा लाई गई इस खेप को 32 बोरियों में छिपाकर लाया जा रहा था, जिसे पुलिस लाइंस से रेलवे बस स्टेशन जाने वाली रोड पर चेकिंग के दौरान पकड़ा गया.
32 बोरियों में 20 क्विंटल खोवा
सुबह की रूटीन चेकिंग के दौरान रोडवेज की बस में 32 बोरियों में 20 क्विंटल खोवा पाया गया, जो सीटों के नीचे छिपाया गया था. परिवहन निगम के आरएम लव कुमार ने बताया कि इतनी बड़ी मात्रा में खोवा लाना पूरी तरह अवैध है और इसे कंडक्टर शुभम सिंह ने 1,000 रुपये की रिश्वत लेकर लोड किया था. एक साथी ने सामान बुक किया था, जो टीम को देखकर फरार हो गया. फूड विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर डॉ. सुधीर कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचकर खोवा जप्त कर लिया और सैंपल जांच के लिए भेजे गए. शुरुआती जांच में इसे मिलावटी पाया गया, जो मिठाई के जरिए लोगों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता था.
सीट के नीचे छिपाया था
घटना की सूचना मिलते ही हरकी पौड़ी चौकी पुलिस और फूड विभाग की टीम मौके पर पहुंची. कंडक्टर शुभम सिंह के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है, हालांकि अभी तक कोई दावेदार सामने नहीं आया है. मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी हितेंद्र मोहन त्रिपाठी ने कहा कि यह खेप कानपुर से रास्ता बदलकर लाई जा रही थी. सीटों के नीचे छिपाकर रखा गया था, जो मिलावटी प्रतीत हो रहा है. रक्षाबंधन पर शुद्ध मिठाई सुनिश्चित करने के लिए हमारी टीम अलर्ट है. खोवा को कलेक्ट्रेट कार्यालय ले जाया गया और सैंपल जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी.
रक्षाबंधन पर सावधानी
रक्षाबंधन के त्यौहार पर मिठाई की मांग बढ़ने के साथ मिलावटी सामग्री का कारोबार भी तेज हो जाता है. आरएम लव कुमार ने कहा कि रोडवेज बस में यात्री घरेलू सामान ले जा सकते हैं, लेकिन इतनी बड़ी खेप अवैध है. यह चेकिंग से बचने के लिए रास्ता बदला गया था. फूड विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे मिठाई खरीदते समय शुद्धता की जांच करें, क्योंकि मिलावटी खोया सेहत के लिए जहर बन सकता है.
इस बरामदगी से रक्षाबंधन पर बाजार में मिलावटी मिठाई की बिक्री पर अंकुश लगाने की कोशिश की गई है. प्रशासन ने बसों की रैंडम चेकिंग बढ़ा दी है ताकि ऐसी खेपें पकड़ी जा सकें.