UP Latest News: गोंडा में देवीपाटन मंडल से सटे पड़ोसी देश नेपाल में निकाय चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश की सरकार अलर्ट हो गई है. नेपाल सरकार ने भारत सरकार से बात करने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार से बात की. इस वार्ता के बाद नेपाल में निकाय चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश की सरकार हाई अलर्ट पर है. सीमाओं को सील कर दिया. 72 घंटे के लिए भारत- नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा को पूर्ण रूप से सील करने के साथ ही चौकसी बढ़ा दी है. इसकी जानकारी देवीपाटन मंडल के डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने देते हुए बताया कि मंडल के 3 जिलों के अंतरराष्ट्रीय सीमा को सील कर दिया गया है.
पड़ोसी देश नेपाल में होने वाले निकाय चुनाव को लेकर तीन दिनों के लिए भारत नेपाल बॉर्डर को सील की गई है. इसके बाद भी आवश्यक मेडिकल सेवाएं जारी रहेंगी. मंगलवार की रात्रि 12 बजे से बॉर्डर को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. जो 13 तारीख की रात्रि 12 बजे तक सील रहेगी. नेपाल में आगामी 13 मई को स्थानीय निकाय चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे.
चुनाव में किसी तरह की गड़बड़ी न फैलने पाए, अराजक तत्व सीमा से प्रवेश न कर सके इसके लिए बॉर्डर को सील किया गया है. नदी व बीहड़ रास्तों पर भी कड़ी चौकसी बरती जा रही है. भारत नेपाल बॉर्डर के रास्तों पर तीसरी आंख का भी पहरा रहेगा. संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है.
नेपाल में होने वाले चुनाव को लेकर नेपाल सरकार के आग्रह पर दोनों देशों के अधिकारियों की बैठक इसी सप्ताह संपन्न हुई थी. जिसमें सुरक्षा के विभिन्न मानकों पर विधिवत चर्चा की गई. भारतीय क्षेत्र में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने सीमा क्षेत्र में गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.
साथ ही साथ देवीपाटन मंडल के तीन जनपद बलरामपुर, बहराइच व श्रावस्ती नेपाल की अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटे हुए हैं. तीनों जनपदों को मिलाकर करीब 295 किलोमीटर की सीमा नेपाल बॉर्डर से सटी हुई है. पुलिस अधिकारियों ने इन जनपदों में नेपाल की सीमा से जुड़े थाना क्षेत्रों में सघन चेकिंग चलाने के लिए स्थानीय पुलिस को कहा है.
इस संबंध में मीडिया से बातचीत के दौरान देवीपाटन मंडल के डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि मंडल के तीन जनपद नेपाल की सीमा से सटे हुए हैं. बताया गया है कि नेपाल में 13 मई को निकाय चुनाव है. बॉर्डर के अधिकारियों के साथ उनकी बैठक हुई है. जिसमें वहां के अधिकारियों ने चुनाव के 72 घंटे पूर्व बॉर्डर को सील करने का आग्रह किया था.
इस दौरान सिर्फ इमरजेंसी मेडिकल सेवाएं चेकिंग के बाद बॉर्डर में प्रवेश कर पाएंगे इसके अलावा आवागमन पूरी तरह से ठप रहेगा. एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि बहुत ही आवश्यक होने पर सघन चेकिंग के बाद वे लोगों को प्रवेश दे रहे हैं. इसके अलावा यदि कोई वहां का नागरिक है मतदान करने जा रहा है तो जांच के बाद उसे जाने दिया जा रहा है.
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