भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा चलाए जा रहे एसाईआर को लेकर जहां प्रशासनिक अमला इसको लेकर गंभीर है, वहीं राजनीतिक दल भी अपने-अपने वोटरों के एसआईआर करने को लेकर गंभीरता वरत रहे हैं. इसी को लेकर समाजवादी पार्टी भी एसाईआर को लेकर विधानसभा स्तर पर बैठक कर अपने बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) और कार्यकर्ताओं को अपने-अपने इलाके के वोटरों के एसआईआर करने पर जोर दे रही है.

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गाजीपुर में समाजवादी पार्टी के SIR के जिला प्रभारी और राष्ट्रीय सचिव ओम प्रकाश सिंह ने आज जनपद के पांच विधानसभाओं के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर एसआईआर पर गहन समीक्षा की. साथ ही जहां-जहां कमियां आ रही थी उन कमियों को दूर करने के लिए भी अपने बड़े नेताओं को निर्देश दिए.

'जब सरकार के पास नहीं होता काम तो शुरू करती है कार्यक्रम'

इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए सपा नेता ने कहा कि इस देश में सरकार के पास जब कोई काम नहीं रहता है तो इस तरह के कार्यक्रम शुरू कर देती है. साल 2003 में SIR हुआ था और 2024 में चुनाव हुआ और चुनाव हारने के बाद और जब से सत्ता में आई है कोई भी साफ काम नहीं किया है. 

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उन्होंने कहा कि 12 साल पहले भाजपा ने अच्छे दिन लाने, बेरोजगारी दूर करने सहित कई मामलों पर बात किया था लेकिन अपने उन बातों पर आज तक अमल नहीं किया. आज हर जगह बेरोजगारी भ्रष्टाचार और लूट का माहौल बना हुआ है, जब उनकी सरकार में सब ईमानदार है तो उनके अधिकारियों के पास से 200 करोड़ 500 करोड़ कैसे पकड़ा जा रहा है.

बीएलओ की मौत पर सरकार को घेरा

उन्होंने BLO के आत्महत्या पर कहा कि, "प्रधानमंत्री  बताएं कि देश के जो 28 बीएलओ मर गए, वह किसी मां के बेटे थे या नहीं या किसी बहन के भाई थे या नहीं?" उन्होंने कहा कि आपकी सरकार में 2100 शिक्षामित्र भी मर चुके हैं, 28 बीएलओ मर गए, सब के सब तनाव में थे, क्योंकि उन लोगों से वोट काटने के लिए और जिंदे को मुर्दा करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है जो पूरी तरह से जुल्म है. आज एसआईआर करके हमको परेशान किया जा रहा है. उन्होंने चुनाव आयोग से भी सवाल किया है.

निर्वाचन आयोग को बताया सरकार की कठपुतली

'SIR के लिए 7 दिन बढ़ा दिए गए हैं तो इसमें में क्या कार्य पूरा हो पाएगा?' इस पर उन्होंने कहा कि 1952 से इस देश में भारत का नागरिक वोट दे रहा है, ऐसे में 75 साल की व्यवस्था सवा महीना में कैसे पूरा हो पाएगा? यह एक साजिश है. आरोप लगाया कि भारत निर्वाचन आयोग सरकार की कठपुतली बन करके नाच रहा है. उन्होंने मांग की है कि यह SIR 2003 से क्यों हो रहा है? 2024 से क्यों नहीं क्योंकि या 2024 में हार चुके हैं इसलिए 2024 इन्हें खराब दिखाई दे रहा है.