Ghazipur News: पूरे देश में 31 मार्च की क्लोजिंग को देखते हुए सभी सरकारी कार्यालय और बैंकों को छुट्टी के दिन भी खोल दिया गया है ताकि आसानी से 31 मार्च की क्लोजिंग किया जा सके. लेकिन गाजीपुर का पीडब्ल्यूडी विभाग अपने विभाग की क्लोजिंग करने के बजाय धरना प्रदर्शन करने में लगा हुआ है. इसको लेकर सोमवार को पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक सभी लोग कार्य का बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन करते रहे.

28 जनवरी को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के जखनिया के विधायक बेदी राम के प्रतिनिधि अरविंद राम और उसके साथी पियूष राम के द्वारा क्षेत्र में सड़क निर्माण के एक साइड पर निरीक्षण करने गए और अभियंता की पिटाई कर दी गई थी. इसके बाद अवर अभियंता के साथ विभागीय अधिकारी और कर्मचारियों ने जिला अधिकारी से मुलाकात कर उसी दिन शादियाबाद थाने में विभिन्न धाराओं सहित शासकीय कार्यों में बाधा पहुंचाने के मामले का मुकदमा दर्ज कराया था.

क्या है मांगवहीं अब मुकदमा दर्ज हो जाने के बाद अब विभागीय अधिकारी और कर्मचारी विधायक के प्रतिनिधि और उसके साथी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लगातार प्रयास कर रहे हैं. जिसको लेकर जिलाधिकारी को पत्रक भी सौंपा और जिला अधिकारी के द्वारा इन लोगों को आश्वासन भी दिया गया था. लेकिन सोमवार को अश्वासन की समय सीमा समाप्त होने पर इन लोगों ने अपने विभागीय कार्यालय के परिसर में मार्च क्लोजिंग के सारे कार्यों को छोड़कर सुबह से ही धरना प्रदर्शन करने में लगे हुए हैं. इन लोगों की मांग है कि जब तक गिरफ्तारी नहीं हो जाती है, तब तक वह धरना प्रदर्शन करते रहेंगे.

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इसको लेकर डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र यादव ने बताया कि धरना की वजह से मार्च क्लोजिंग का कार्य प्रभावित होगा और बहुत सारी धनराशि शासन को रिटर्न करना पड़ेगा. लेकिन मान सम्मान के साथ हम समझौता नहीं कर सकते क्योंकि हम दूसरे जनपद से आकर यहां नौकरी कर रहे हैं. यदि हमारी इसी तरह पिटाई होती रहेगी तो हम फिर नौकरी कैसे करेंगे.