गाजीपुर जनपद में उत्तराखंड और पहाड़ी इलाकों से आ रहे पानी का असर गंगा नदी में देखा जा रहा है, गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है. अब गंगा खतरे के निशान को पार करते हुए गांव की ओर रुख करना आरंभ कर दिया है. गाजीपुर के रेवतीपुर ब्लाक के रेवतीपुर नागदिलपुर मार्ग से नसीरपुर और रेवतीपुर गहमर बाईपास मार्ग से हसनपुर गांव जाने वाले रास्ते पर करीब 2 फीट पानी भर गया है. बाढ़ के पानी से कई बीघे खेत और फैसले डूब चुकी हैं. इस इलाके में पानी आने की वजह से पूरा खेत पानी से लबालब हो चुका है और अब इसमें लगी हुई फसले खराब होने का अंदेशा बढ़ गया है. हालांकि जिला प्रशासन के द्वारा ऐसे सभी इलाकों में हाई अलर्ट का दावा किया जा रहा है.

जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि गंगा के जलस्तर में बढ़ने की सूचना प्राप्त हो रही थी, गंगा के बढ़ते जलस्तर के बाद भी गंगा का जल चेतावनी बिंदु के नीचे है. पहाड़ों पर बारिश का असर गंगा में देखने को मिल रहा है. उन्होंने बताया कि अब तक गंगा 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही थी लेकिन अभी कुछ घंटे से गंगा की स्थिति स्थिर है और यदि बारिश ना हुई तो गंगा में पानी का जलस्तर कम होना भी शुरू हो जाएगा.

गंगा प्रभावित इलाकों में बनाई गई चौकियांउन्होंने बताया कि गंगा से प्रभावित इलाकों में 160 बाढ़ चौकियां 44 बाढ़ शरणालय बनाए गए हैं. इसके अलावा आपदा मित्र भी बनाए गए हैं जिनकी संख्या करीब 500 है, यह ग्रामीण इलाकों में कार्य करेंगे. राहत सामग्री बांटने का टेंडर पूरा हो चुका है यदि कहीं भी आबादी क्षेत्र गंगा के जलस्तर से प्रभावित होगा तो वहां पर राहत सामग्री भी वितरित किया जाएगा.

जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्कउन्होंने बताया कि अब तक आबादी इलाकों में पानी जरूर आया है लेकिन उससे अभी तक आबादी प्रभावित नहीं हुई है. इसको लेकर जिला प्रशासन के द्वारा सतर्क नजर रखा गया है. इसके लिए एसडीएम और तहसीलदार जैसे जिम्मेदार अधिकारियों को भी क्षेत्र में भेजा जा चुका है. बाढ़ के सूचना प्रत्येक 3 घंटे पर लेकर उसका आकलन किया जा रहा है.

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