उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक 23 साल की मूक बधिर और मानसिक रोगी युवती से गैंगरेप के दो आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ कर गिरफ्तार कर लिया है. इनमें से एक के पैर में गोली लगी है तो वहीं दूसरे आरोपी के दोनों घुटनों में गोली लगी है. युवती ने गैंगरेप के बाद फांसी लगाकर जान दे दी थी.
गाजियाबाद लोनी क्षेत्र के एसपी सिद्धार्थ गौतम ने बताया कि पुलिस की दोनों बदमाशों से उस वक्त मुठभेड़ हो गई जब 53 साल का वीर सिंह अपने साथी रोहित (31 साल) के साथ मोटरसाइकिल से आ रहा था. पुलिस की टीम ने उन्होंने रोकने की कोशिश की लेकिन, उन्होंने पुलिस पर ही फायरिंग कर दी.
पुलिस ने मुठभेड़ कर दोनों को किया गिरफ़्तार
पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की. जिसमें आरोपी रोहित के दोनों घुटनों में गोली लग गई जबकि वीर सिंह के एक पैर में गोली लगी, जिससे वो दोनों घायल होकर गिर गए. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है. उनके पास से दो अवैध तमंचे, कारतूस और चोरी की मोटरसाइकिल बरामद हुई है.
मूक बधिर युवती से गैंगरेप का आरोप
पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों ने थाना लोनी क्षेत्र में 23 साल की एक युवती से 18 अगस्त को गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था. तभी से पुलिस को उनकी तलाश थी. इस युवती ने इस घटना से आहत होकर 21 अगस्त को घर में फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी थी.
परिजनों ने पुलिस की दी तहरीर में बताया कि उनकी बेटी मानसिक रोगी भी थी उसका दिल्ली से इलाज चल रहा था. उन्होंने बताया कि वो अक्सर घर से निकल जाया करती थी. 18 अगस्त को भी वो घूमते हुए पास के गांव में पहुंच गई जहां आरोपियों ने उसके साथ गैंगरेप किया.
परिजनों ने इस दौरान पुलिस पर भी कई संगीन आरोप लगाए हैं उन्होंने कहा कि पुलिस ने तो समय से FIR लिखी और न ही उसका मेडिकल कराया गया. मौत के बाद भी उसके शव को एंबुलेंस की जगह टेंपों से ले जाया गया था.