Ghaziabad News Today: गाजियाबाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जम्मू कश्मीर के रहने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. यह तीनों मीट फैक्ट्री में सिक्योरिटी गार्ड का काम कर रहे हैं. सिक्योरिटी गार्ड का काम करते हुए जो हथियार यह इस्तेमाल कर रहे हैं, उसका लाइसेंस इनके नाम पर ना होकर इनके परिजनों के नाम पर है.

दरअसल, गाजियाबाद के मसूरी थाना पुलिस को इस संबंध में इनपुट मिला था. इसकी सूचना मिलने के बाद पुलिस लगातार कार्रवाई करने में जुटी है. इसी क्रम में मसूरी थाने की पुलिस ने जम्मू कश्मीर के रहने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इसकी वजह यह है कि ये तीनों मीट फैक्ट्री में सिक्योरिटी गार्ड का काम करते हुए जिस हथियार का इस्तेमाल करते थे, उसका लाइसेंस इनके परिजनों नाम पर रजिस्टर्ड है. पुलिस इस तरह के अन्य लोगों की तलाश में जुटी हुई है. 

दूसरे का हथियार करते थे इस्तेमालइस संबंध में गाजियाबाद डीसीपी सुरेन्द्रनाथ तिवारी ने बताया कि जम्मू कश्मीर पुलिस से इनपुट मिलने के बाद पुलिस लगातार अभियान चला रही है. दरअसल जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले से फरार एक आरोपी को जम्मू कश्मीर पुलिस ने मसूरी से पकड़ा था, जो यहां सिक्योरिटी गार्ड का काम कर रहा था.

गाजियाबाद डीसीपी सुरेन्द्रनाथ तिवारी ने बताया कि इस घटना के बाद पुलिस ने सघन अभियान चलाकर कर जम्मू कश्मीर के ऐसे 4 लोगों को गिरफ्तार किया है, जो बिना लाइसेंस के यहां सिक्योरिटी एजेंसी चला रहे थे. उन्होंने बताया कि इस सिक्योरिटी एजेंसी में अधिकतर गार्ड जम्मू कश्मीर के थे. 

डीसीपी सुरेन्द्रनाथ तिवारी ने आगे बताया कि इनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जब सिक्योरिटी गार्डों की छानबीन करनी शुरू की, तो जम्मू कश्मीर के रहने वाले तीन ऐसे सिक्योरिटी गार्ड पकड़े गए जो नौकरी तो हथियारों के साथ कर रहे हैं, लेकिन हथियार का लाइसेंस उनके नाम नहीं है.

पुलिस ने बरामद किए ये हथियारगाजियाबाद डीसीपी सुरेन्द्रनाथ तिवारी ने आगे बताया कि गिरफ्तार तीनों सिक्योरिटी गार्ड जम्मू कश्मीर के पुंछ के रहने वाले हैं, जिनकी पहचान  दाऊद खान, मुख्तार और आजाद खान के रुप में हुई है. इनके कब्जे से पुलिस ने एक रिवाल्वर 32 बोर, 9 कारतूस, 12 बोर की दो बंदूक और इसके 14 कारतूस बरामद किए हैं.

उन्होंने बताया कि पुलिस जांच में सामने आया है कि सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी के दौरान दाऊद और मुख्तार अपने पिता के लाइसेंस का जबकि आजाद अपने भाई के लाइसेंस के हथियारों का प्रयोग करके यहां नौकरी कर रहे था. उन्होंने बताया कि पुलिस का ये अभियान आगे भी जारी रहेगा.

ये भी पढ़ें: UP News: प्रयागराज में ई-रिक्शा और टैक्सी वाहन चालकों के लिए बड़ी खबर, नहीं ले पाएंगे इससे ज्यादा किराया, रेट तय