यूपी में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने उपाध्यक्ष के सख्त निर्देशों के अनुपालन में मंगलवार को अवैध निर्माणों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की. प्रवर्तन ज़ोन-04 की टीम ने प्रताप विहार और विवेकानंद नगर में चल रहे अनधिकृत निर्माण को सील करते हुए यह साफ कर दिया कि बिना अनुमति किसी भी निर्माण को बख्शा नहीं जाएग. प्राधिकरण की कार्रवाई से हड़कंप मचा रहा, अधिकारियों के मुताबिक कार्रवाई लगातार जारी रहेगी.

प्रताप विहार में किया सील

कार्रवाई का पहला मामला प्रताप विहार के भूखंड  संख्या L-82, सेक्टर-12 से संबंधित रहा. यहां पिंकी शर्मा द्वारा लगभग 250 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में पूर्व निर्मित द्वितीय तल की छत पर तृतीय तल की चिनाई कार्य प्रारम्भ कर दिया गया था. इस पर प्राधिकरण ने 18 जून को वाद पंजीकृत कर 29 जुलाई  को कारण बताओ नोटिस और कार्य रोको नोटिस जारी किया था. इसके बावजूद निर्माण कार्य बंद नहीं किया गया.

विवेकानंद नगर में भी हुई कार्रवाई

दूसरा मामला भवन संख्या-527, विवेकानंद नगर  का रहा, जहां दिनेश नागर ने प्राधिकरण द्वारा आवंटित भवन को तोड़कर भूतल पर कमरे, डब्ल्यूसी, सीढ़ी आदि का निर्माण कर छत डालने का कार्य शुरू कर दिया था. इस मामले में भी 29 जुलाई को नोटिस जारी करने के साथ 11 अगस्त  को अनुस्मारक पत्र भेजा गया, लेकिन न तो आवेदक और न ही उनके प्रतिनिधि सक्षम अधिकारी के समक्ष उपस्थित हुए और न ही लिखित उत्तर प्रस्तुत किया.

निर्माणकर्ताओं द्वारा बार-बार चेतावनी और कानूनी नोटिस की अवहेलना करने के बाद प्राधिकरण ने कठोर कदम उठाते हुए दोनों स्थानों पर निर्माण को सील कर दिया. इस कार्रवाई में सहायक अभियंता, अवर अभियंता, प्रवर्तन जोन-04 का पूरा स्टाफ, प्राधिकरण प्रवर्तन दस्ता और पुलिस बल मौजूद रहा.

बिना अनुमति निर्माण नहीं होगा

प्रवर्तन जोन-04 प्रभारी ने स्पष्ट कहा कि प्राधिकरण की अनुमति के बिना कोई भी निर्माण सहन नहीं किया जाएगा. यदि भविष्य में भी ऐसे अवैध कार्य पाए गए तो ध्वस्तीकरण और सीलिंग की कार्रवाई और तेज की जाएगी.