गौतमबुद्धनगर में रक्षाबंधन पर्व को देखते हुए जनपद वासियों को शुद्ध खाद्य एवं पेय पदार्थ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मेधा रूपम के निर्देशन में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग सख्ती से मोर्चे पर है. सोमवार को विभिन्न टीमों ने जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में छापेमारी कर मिठाई दुकानों, तेल विक्रेताओं और फूड प्रोसेसिंग यूनिटों से कुल 14 खाद्य पदार्थों के नमूने जांच के लिए संग्रहित किए. कई स्थानों से संदिग्ध सामग्री को सीज व नष्ट भी किया गया. सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय सर्वेश मिश्रा ने बताया कि इटहेरा, दादरी स्थित सुंदर ट्रेडिंग से रिफाइंड राइस ब्रान ऑयल का एक नमूना जांच के लिए लिया गया, जबकि 150 किलोग्राम तेल मिलावटी प्रतीत होने के कारण सीज कर दिया गया. बिसरख स्थित बीकानेरी स्वीट्स से लड्डू का नमूना भी परीक्षण के लिया गया. वहीं एक और अन्य टीम ने कुलेसरा स्थित मुस्कान ट्रेडर्स से मुनक्का और रिफाइंड सोयाबीन ऑयल के नमूने लिए. 15 किलोग्राम मुनक्का और 178 किलोग्राम तेल, जिन पर बैच नंबर और एक्सपायरी डेट नहीं थी, इस लिये सीज कर दिए गए.

35 किलो मावा नष्ट कराया

ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर इंडस्ट्रियल एरिया स्थित नमस्कार स्वीट्स से दूध, छेना व खोया के नमूने लिए गए. जांच में 35 किलोग्राम खोया प्रदूषित पाया गया, जिसे मौके पर नष्ट करा दिया गया.

नमूने जांच को भेजे गए

नोएडा के सेक्टर 52, 31, 44 और 43 में स्थित विभिन्न स्वीट शॉप्स से घेवर, बर्फी और कुकिंग ऑयल के नमूने लिए गए. हल्दीराम रेस्टोरेंट, सेक्टर 43 से कॉटन सीड ऑयल और यूज्ड कुकिंग ऑयल के नमूने भी जांच के लिए भेजे गए हैं.

सर्वेश मिश्रा ने बताया कि सभी नमूनों को प्रयोगशाला भेजा गया है, और रिपोर्ट के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. आने वाले दिनों में भी यह अभियान जिलाधिकारी के नेतृत्व में जारी रहेगा, ताकि रक्षाबंधन पर उपभोक्ताओं को मिलावटी या स्वास्थ्य के लिए हानिकारक खाद्य पदार्थों से बचाया जा सके.

यह कार्रवाई आमजन को सुरक्षित, स्वच्छ और मानक युक्त खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने की दिशा में प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाती है.