उत्तरकाशी: उत्तराकाशी में भूस्खलन के चलते गंगोत्री नेशनल हाई-वे बंद पड़ा हुआ है. जिला प्रशासन को इस मार्ग को खोलने के लिये कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. इसके चलते सीमांत गांव मुखबा की एक गर्भवती महिला बीच रास्ते में फंस गई थी. मदद के लिये जब परिजनों ने पुलिस को फोन किया तब जाकर एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और महिला को सकुशल रेस्क्यू कर अस्पताल भिजवाया गया.


गर्भवती महिला बीच रास्ते में फंसी


आपको बता दें कि, सुनगर के पास भूस्खलन के चलते गंगोत्री हाई-वे बंद है. बीआरओ की लापरवाही की वजह से अबतक ये मार्ग नहीं खोला जा सका. दूसरी तरफ, 20 वर्षीय करिश्मा हाईवे बंद होने के कारण बीच रास्ते में फंस गई. इसी बीच महिला को प्रसव पीड़ा भी होने लगी. परिजनों ने मदद के लिए पुलिस को जानकारी दी. 


महिला को सकुशल अस्पताल भिजवाया गया


हालांकि, मामले की जानकारी मिलते ही SDRF भटवाड़ी की टीम और स्थानीय स्वयंसेवी राजेश रावत मौके पर पहुंचे और गर्भवती महिला को टूटी हुई चट्टानों के बीच से करीब 20 मिनट में सुरक्षित रेस्क्यू कर दूसरी तरफ पहुंचाया.  जहां से एम्बुलेंस के जरिए गर्भवती महिला को हॉस्पिटल भेजा गया. महिला के परिजनों ने SDRF का धन्यवाद किया.


14 घंंटे से बंद है गंगोत्री नेशनल हाई-वे


गौरतलब है कि, सुनगर के पास गंगोत्री हाई-वे सोमवार सुबह चट्टान टूटने और मलबा आने के कारण बन्द हो गया है, जो 14 घंटे के बाद भी नहीं खुल पाया है.  गंगोत्री हाई-वे बन्द होने के कारण अंतरराष्ट्रीय सीमा सहित सीमान्त 11 गांव और गंगोत्री धाम का सम्पर्क जिला मुख्यालय से टूटा हुआ है. BRO मार्ग खोलने का प्रयास कर रहा है.


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