वाराणसी में जहां एक तरफ गंगा उफान पर है, वहीं दूसरी तरफ जनपद के साथ-साथ पूर्वांचल में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी कर दी गई है. वर्तमान समय में वाराणसी में गंगा का जलस्तर करीब 67 मीटर के पास बताया जा रहा है जो खतरे के निशान से महज 5 मीटर नीचे है. इसके अलावा वाराणसी के आसमान में घने बादल छाए रहने के साथ-साथ तेज हवाओं के चलने का भी दौर जारी है.

गंगा खतरे के निशान से महज 5 मीटर नीचे प्राप्त जानकारी के अनुसार वाराणसी में गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी है. रिपोर्ट मिलने तक वाराणसी में गंगा का जलस्तर 67 मीटर के करीब बताई जा रहा है जो खतरे के निशान से करीब 5 मीटर नीचे है. 3 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गंगा में बढ़ोतरी जारी है. गंगा के बढ़ते जल स्तर की वजह से सभी घाटों का आपसी संपर्क टूट चुका है. विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती स्थल को भी परिवर्तित करते हुए छत पर संपन्न कराया जा रहा है. इसके अलावा घाटों पर होने वाले शवदाह भी अब छत पर हो रहे हैं. ऐसे में संभावना जताई गई है कि अगर इसी तरह गंगा का जलस्तर बढ़ता रहा तो आने वाले दिनों में काशी के गंगा तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है.

भारी बारिश के बाद कांवड़ शिविर में भर गया पानी, वाराणसी में पानी में ही लेट गए सपा कार्यकर्ता

17 जुलाई तक जनपद में भारी बारिशआईएमडी रिपोर्ट की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार 13 जुलाई के अलावा 14, 15, 16 और 17 जुलाई को वाराणसी और आसपास के जनपद में भारी बारिश की संभावना जताई गई है. इन दिनों में न्यूनतम तापमान 26 डिग्री तो अधिकतम तापमान 32 डिग्री रहने का अनुमान जताया गया है. इसके अलावा 13 जुलाई की रात्रि से वाराणसी में तेज हवाओं के चलने का भी दौर जारी है. ऐसे में देखना होगा कि आने वाले समय में वाराणसी के मौसम में और क्या परिवर्तन देखने को मिलता है.