Uttarkashi रेस्क्यू पर PMO के पूर्व सलाहाकार भास्कर खुल्बे बोले- 11बजे के बाद शुरू हो सकता है काम, पहले से बेहतर है स्थिति
Uttarkashi Tunnel Collapse: पीएमओ के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर कहा है कि जियो मैपिंग कैमरे के जरिए जानकारी मिली है कि अगले 5 मीटर तक किसी प्रकार का कोई अवरोध नहीं है.

Uttarkashi Tunnel Rescue Operation: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के रेस्क्यू का आज 13वां दिन है. ऐसे में जहां रेस्क्यू के 12 वें दिन उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया है. वहीं पीएमओ के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर अहम जानकारी शेयर की है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि आज सफल होने पर मजदूरों को सुरंग से बाहर निकाला जा सकता है.
दरअसल पीएमओ के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि सुरंग के अंदर 14 मीटर और ड्रिल करना शेष है. अगर सब कुछ ठीक रहता है तो आज शाम तक सुरंग के अंदर फंसे सभी मजदूरों तक पहुंचने की उम्मीद है. उनका कहना है कि रेस्क्यू ऑपरेशन की स्थिति अब काफी साफ और बेहतर हो गई है. भास्कर खुल्बे के अनुसार सुरंग के अंदर जियो मैपिंग कैमरे और पार्सन्स कंपनी ने ग्राउंड पेनेट्रेशन रडार का काम किया था. जिससे हमें पता चला कि अगले 5 मीटर तक कोई लोहा या स्टील का स्ट्रक्चर नहीं है. ऐसे में अब जल्द ही ड्रिल का काम शुरू हो सकता है.
VIDEO | "We are hoping that our work will be over by 6 pm, however, this is as per our calculations. The auger machine is working well now. The trapped workers are in good frame of mind," says former advisor to the Prime Minister's Office (PMO) Bhaskar Khulbe on #SilkyaraTunnel… pic.twitter.com/RoRysXUbsc
— Press Trust of India (@PTI_News) November 24, 2023
46 मीटर तक पूरी हुई ड्रिल
उत्तरकाशी की सुंरग में फंसे मजूदरों को लेकर जारी रेस्क्यू ऑपरेशन पर लगातार अपनी नजर बनाए और स्थिति का जायजा ले रहे पीएमओ के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे के अनुसार 45 मीटर तक ड्रिल की जा चुकी है वहीं जिस समस्या के चलते ड्रिल का काम रोका गया था उसे पूरा कर लिया गया है. उनके अनुसार पहले के अनुमान के मुताबिक रेस्क्यू के लिए 60 मीटर की ड्रिल करनी है. जिसमें से 46 मीटर तक ड्रिल पूरी कर ली गई है.
14 मीटर की ड्रिल करने पर मिल सकती है सफलता
उनका कहना है कि अब रेस्क्यू के लिए 14 मीटर की ड्रिल करनी रह गई है. जिसके लिए तकरीबन 6 मीटर की तीन पाइप को जोड़ना और उसे ड्रिल करना होगा. उनके अनुसार 6 मीटर के पाइप को ड्रिल करने में 4 घंटे का समय लग रहा है. ऐसे में अभी फिलहाल लगभग 12 घंटे और लगने की उम्मीद जताई है. उनका कहना है कि 'हम उम्मीद कर रहे हैं कि हमारा काम शाम 6 बजे तक खत्म हो जाएगा, हालांकि यह हमारी गणना के अनुसार है. बरमा मशीन अब अच्छी तरह से काम कर रही है, फंसे हुए श्रमिक अच्छी मानसिक स्थिति में हैं.'
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Source: IOCL





















