समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान की सीतापुर जेल से रिहाई यूपी की राजनीति में चर्चा का विषय बनी हुई है. सपा नेता रिहाई के बाद अपने आवास रामपुर में हैं और आजम खान से सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनके घर पर पहुंचकर मुलाकात की है. इस मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.
इस बीच अखिलेश यादव और आजम खान की मुलाकात को लेकर यूपी सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने प्रतिक्रिया दी है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा चीफ की अपने बयान के जरिए जमकर लताड़ लगाई है. उन्होंने कहा कि जब वे जेल के अंदर थे तो सपा ने उन्हें नहीं देखा. अब सपा घड़ियाली आंसू बहा रही है.
अखिलेश पर भड़के स्वामी प्रसाद मौर्य
अपनी जनता पार्टी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और सपा नेता आजम खान की मुलाकात पर कहा, दोनों एक ही पार्टी के लोग हैं, एक पार्टी के बहुत बड़े नेता हैं और दूसरे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं तो ये मुलाकात सामान्य मुलाकात है.
उन्होंने आगे कहा, हां, इतना जरूर है कि अब समाजवादी पार्टी आजम खान के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रही है लेकिन जब आजम खान को राजनीतिक दुर्भावना से जेल भेजा गया था तो आजम खान के बचाव में एक बार भी समाजवादी पार्टी ने भूल से भी आवाज नहीं उठाई.
सपा पर लगाए आरोप
स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा पर आरोप लगाते हुए बताया कि, सपा नेता के जेल में जाने के बाद पार्टी ने न कभी धरना, न कोई आंदोलन किया, न ही राज्यपाल और राष्ट्रपति से मिलकर बात की. स्वाभाविक रूप से जहां पर समाजवादी पार्टी को आजम खान के सम्मान में सड़क पर आना चाहिए था, उस समय वे मौन साधे बैठे थे.
आज जब वह जेल छूटकर बाहर आए हैं. न्यायपालिका ने जमानत पर उन्हें छोड़ा है तो अब घड़ियाली आंसू बहाने से क्या फायदा?.' स्वामी प्रसाद मौर्य का अखिलेश यादव पर यह कटाक्ष राजनीतिक तौर पर चर्चा का विषय बना हुआ है.