फिरोजाबाद, एबीपी गंगा। फिरोजाबाद में महाराजा अग्रसेन धाम को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है, जहां 14 लोग भर्ती हैं। जिनकी कोरोना रिपोर्ट जांच के लिए भेजी गई है। इस दौरान मंगलवार को एबीपी गंगा ने इस क्वारंटाइन सेंटर का रियलिटी चेक किया। संवाददाता कृष्णा पोरवाल मौके पर पहुंचे, तो जमीनी हकीकत कुछ और ही नजर आई।
वहां भर्ती 14 मरीज क्वारंटाइन सेंटर के बाहर खड़े हुए थे, उनका कहना था कि खाना तो उन्हें सही मिल रहा है और पानी भी सही समय पर मिल रहा है, लेकिन दिक्कत साफ-सफाई को लेकर आ रही है। जब हमने उनसे पूछा कि क्या दिक्कत आ रही तो उन्होंने बताया कि बाथरूम में कोई साफ-सफाई नहीं है, बदबू आती रही है। सफाई कर्मचारी भी नहीं आते हैं। वहां के एक मरीज ने क्वारंटाइन सेंटर का वीडियो बनाकर मीडिया को दिखाया। जिसमें साफ-साफ दिख रहा है कि लेट्रिन-बाथरूम में काफी गंदगी है। फर्श पूरा गंदा पड़ा हुआ है। इन सबको सोने के लिए गद्दे और बैठने के लिए कुर्सी की व्यव्यस्था है। पंखे लगे हुए हैं।
हमने जब खाने का रियलिटी चेक किया तो पता चला कि एक मरीज के लिए सरकार द्वारा 350 रुपये खाने के लिए आते हैं, जिसमें सुबह का नाश्ता और सुबह शाम का खाना और बिसलेरी की पानी की बोतल दी जाती है। खाने की क्वालिटी तो सही निकली। हालांकि, ये बात जरूर सामने आई कि कुछ लोगों की खुराक ज्यादा है, जिस वजह से उनका पेट नहीं भर पाता है।
हालांकि, रियलिटी चेक में साफ-सफाई को लेकर ये क्यारंटाइन सेंटर बिल्कुल फेल निकला, क्योंकि यहां भर्ती सभी मरीजों का केवल यही कहना था कि क्वारंटाइन सेंटर में साफ-सफाई नहीं है। एक साबुन से 6 लोग नहाते हैं। वहीं बाहर पानी का टैंकर है, वहां नहाना पड़ता है। एक मरीज बताया है कि वो 4 दिन से इसलिए नहीं नहाया, क्योंकि बाथरूम में बहुत गंदगी है। जब हमने क्वारंटाइन सेंटर के इंचार्ज महेश चंद्र से बात की, तो उनका कहना था कि अगर इन्हें परेशानी है, तो वह मुझे बताएं। मैं इनकी परेशानियों को दूर करूंगा, लेकिन मरीजों का यही कहना था कि कोई सुनने वाला नहीं है।
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