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फिरोजाबाद पुलिस ने 30 सितंबर को कैश वैन लूट के मामले में पुलिस अभिरक्षा से फरार आरोपी नरेश को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया. फायरिंग के दौरान एएसपी अनुज चौधरी सभी बाल बाल बचे जबकि प्रभारी निरीक्षक रामगढ़ गोली लगने से घायल हो गए.

दरअसल फिरोजाबाद पुलिस ने 24 घंटे पहले 30 सितंबर को हुई कैश वैन में लूट की घटना का खुलासा पुलिस ने किया था. इस मामले में मुख्य आरोपी नरेश समेत 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इस लूट कांड के मुख्य आरोपी नरेश ने रविवार को पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया, नरेश की तलाश में निकली पुलिस उसे ढूंढ रही थी इस दौरान मक्खनपुर इलाके में नरेश और पुलिस का आमना सामना हो गया और कई राउंड फायरिंग हुई.

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इस फायरिंग के दौरान नरेश को और प्रभारी निरीक्षक रामगढ़ संजीव दुबे को घायल हो गए. पुलिस की गोली लगने के बाद मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने घायल बदमाश नरेश और प्रभारी निरीक्षक रामगढ़ को अस्पताल भिजवाया जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

क्या था मामला

फिरोजाबाद पुलिस ने अभी तो 30 सितंबर को हुई दो करोड़ रुपये की सनसनीखेज कैश लूट का खुलासा करते हुए छह शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया किया था. पुलिस ने इनके कब्जे से एक करोड़ रुपये से अधिक नकदी, लूट के पैसों से खरीदा गया आईफोन, मोटरसाइकिल की रसीद और अवैध असलहे बरामद किए थे.

पुलिस के मुताबिक 30 सितंबर की सुबह थाना मक्खनपुर क्षेत्र के ग्राम घुनपई के पास जीके कंपनी की गाड़ी से लूट की घटना हुई थी. बताया गया कि कानपुर से आगरा जा रही कैश वैन नंबर GJ 18 EB 9724 को दो चारपहिया वाहनों में सवार बदमाशों ने रोका. लुटेरों ने ड्राइवर पर असलहे की बट से हमला कर उसके हाथ-पैर बाँध दिए और करीब दो करोड़ रुपये से भरी गाड़ी लेकर फरार हो गए, इस वारदात से पूरे जिले में हड़कंप मच गया था.

कैसे फरार हुआ बदमाश पुलिस से कब हुआ आमना सामना

एसएसपी सौरभ दीक्षित के मुताबिक 2 करोड़ की लूट करने वाला नरेश दुर्दांत किस्म का अपराधी था पुलिस ने पूछताछ के दौरान जब लूट के रुपये के बारे में पूछताछ की तो नरेश ने अलीगढ़ में एक जगह 20 लख रुपये होने की बात बताई थी. जिसे पुलिस ने देर रात छापेमारी के बाद बरामद कर लिया, तीसरे दौर की पूछताछ में लूट के मुख्य सरगना नरेश ने बताया कि 20 लाख घटनास्थल के पास ही उसने छुपाया था. पुलिस ने नरेश की निशानदेही पर रुपये की बरामदगी के लिए घटनास्थल के पास नरेश के निशानदेही पर नरेश को ले जाया गया, जहां नरेश पुलिस को चकमा देकर वहीं से फरार हो गया.

बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी

फरार आरोपी नरेश के ऊपर डीआईजी शैलेश पांडे ने 50000 का इनाम घोषित किया था, नरेश को पकड़ने के लिए एसपी अनुज चौधरी के नेतृत्व टीम में गठित कर उसकी तलाश शुरू की गई थी. देर शाम मक्खनपुर इलाके में भागे हुए अपराधी नरेश और पुलिस के बीच आमने-सामने की फायरिंग हुई फायरिंग के दौरान थाना रामगढ़ इंचार्ज गोली लगने से घायल हुए. वहीं दूसरी गोली एसपी अनुज चौधरी के बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी, पुलिस की फायरिंग के दौरान एक गोली नरेश को भी लगी इसके बाद वह घायल हो गया घायल बदमाश नरेश को एंबुलेंस के जरिए जिला अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घायल प्रभारी निरीक्षक संजीव दुबे का भी जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है.