उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में कोडीन कफ सिरप के अवैध कारोबार पर लगातार एक्शन जारी है, कोडीन कफ सिरप के अवैध कारोबार के मामले में प्रदेश के 6 जिलों में 11 फर्मों पर NDPS एक्ट में FIR दर्ज की गई है. इस कार्रवाई के तहत कुल 98 फार्मेसी पर मुकदमा हुआ है साथ ही लाइसेंस भी रद्द किये गये हैं.

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इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक, कोडीन कप सिरप के अवैध कारोबार के मामले में यूपी के जौनपुर,वाराणसी,भदोही,सोनभद्र, लखीमपुर और प्रयागराज में छापेमारी की गई है. Abbott, Laborate, Three-B Healthcare की सप्लाई चेन पर शिकंजा कसा है. इस मामले में वाराणसी में सबसे ज्यादा 28, जौनपुर में 16 फर्में दोषी पाए गए हैं. इसके साथ ही औषधि विभाग की तरफ से DM को सतत निगरानी के आदेश दिये गए हैं.

कोलकाता से दबोचा गया मास्टरमाइंड

सोनभद्र में कफ सिरप तस्करी के मास्टरमाइंड को पुलिस ने पकड़ लिया है. ड्रग माफिया शुभम जायसवाल का पिता, भोला प्रसाद जायसवाल जो देश छोड़कर फरार होने की फिराक में था, उसे कोलकाता से दबोच लिया गया है. ड्रग नेटवर्क के खिलाफ चल रही इस सबसे बड़ी कार्रवाई में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. सोनभद्र पुलिस, एसआईटी और एसओजी की संयुक्त टीम ने कफ सीरप तस्करी के मास्टरमाइंड भोला प्रसाद जायसवाल को कोलकाता से गिरफ्तार किया. 

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विदेश भागने की तैयारी में था आरोपी

पुलिस के मुताबिक आरोपी विदेश भागने की तैयारी कर रहा था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसे ट्रांजिट रिमांड के लिए कोर्ट में पेश किया है, जिसके बाद उसे सोनभद्र लाया जाएगा. 18 अक्टूबर 2025 को जिले में चेकिंग के दौरान दो कंटेनरों से 1 लाख 19 हजार से ज्यादा कफ सीरप की शीशियाँ बरामद हुई थीं. 

इसके अलावा आरोपी के नेटवर्क का खुलासा होने पर गाजियाबाद में संयुक्त कार्रवाई कर चार ट्रकों से भारी मात्रा में कफ सीरप और 20 लाख रुपये नकद बरामद किए गए थे. जांच में सामने आया कि भोला प्रसाद जायसवाल मेसर्स शैली ट्रेडर्स, रांची के जरिए बड़े पैमाने पर नकली बिलिंग कर विभिन्न जिलों में कफ सीरप का अवैध वितरण कर रहा था. 

SIT जांच में 25 करोड़ के लेनदेन का खुलासा

एसआईटी की जांच में लगभग 25 करोड़ रुपये के फर्जी लेन-देन का खुलासा हुआ है, जिनमें कई फर्में धरातल पर मौजूद ही नहीं मिलीं. ड्रग इंस्पेक्टर की तहरीर पर रॉबर्ट्सगंज कोतवाली में NDPS एक्ट समेत कई गंभीर धाराओं में नया मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोप है कि बरकरा की फर्जी फर्मों के नाम पर 7 लाख 53 हजार से ज्यादा फेंसिडिल शीशियाँ काले बाजार में बेची गईं. बताया जा रहा है कि आरोपी भोला प्रसाद जायसवाल चंदौली, जौनपुर और गाजीपुर में भी वांछित था. ड्रग नेटवर्क की इस बड़ी फाइल में पुलिस की यह कार्रवाई, सोनभद्र में चल रहे अभियान की सबसे अहम सफलता मानी जा रही है.

18 अगस्त 2025 को जनपद सोनभद्र में कफ सिरप के दो बरामद हुए थे जिसमें लगभग 120000 का सिरप की बोतल से विवेचना में आगे जांच की गई तो जनपद गाजियाबाद और रांची में भी कुछ कफ सिरप की जांच को जब आगे बढ़ाया जा रहा था कंपनी जो रांची झारखंड में रजिस्टर्ड है उसके जो ओनर है भोला प्रसाद जायसवाल उनके फार्म से कई सारे नकली फॉर्म्स को नकली बिल्डिंग पर एक कप सिरप की खेफ भेजी जा रही थी. 

इनके खिलाफ चंदौली वाराणसी के खिलाफ ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा थाना रॉबर्ट्सगंज पर संख्या 1191 मुकदमा रजिस्टर किया था. इसके ओनर भोला प्रसाद जायसवाल उनके फार्म से कई सारे नकली फॉर्म्स को नकली बिडिंग पर एक कप सिरप ड्रग सप्लाई किया जा रहा था.