लोकसभा चुनाव 2019 अपने आधे चरण को पार कर चुका है। चार चरणों के चुनाव खत्म होने के बाद 6 मई को पांचवें दौर का मतदान होना है। इस बीच सभी सियासी दल चुनाव प्रचार में अपनी ताकत झोंक रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी देश भर में ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं। इस दौरान एबीपी गंगा के उप-संपादक, रोहित सावल ने उनसे खास बातचीत की है। मुख्यमंत्री ने भी आतंकवाद से लेकर विपक्ष के तमाम आरोपों के सवालों पर खुलकर जवाब दिये। पढ़िये उनसे ये विशेष बातचीत..
सवाल: मिशन 74 ये क्या आपका अति अत्मविश्वास है।
जवाब: 80 में से 39 सीटों पर चुनाव संपन्न हो चुके हैं। अब तक जो रुझान हैं, 39 में से 36 से 37 सीटें हम जीत रहे हैं।
सवाल: पांचवें और छठे चरण में भी यही ट्रेंड बना रहेगा।
जवाब: पांचवें, छठे और सातवें चरण में भी यही ट्रेंड बना रहेगा। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष पहले कह चुके हैं उसी के अनुरूप हम प्रदर्शन करेंगे।
सवाल: राजनीति में सेंटीमेंट और आंकड़े अलग-अलग चीजें हैं। आंकड़ों के लिहाज से महागठबंधन का वोटबैंक बहुत मजबूत है और प्रतिशत में भी ज्यादा, इस चुनौती से आप कैसे निपटेंगे।
जवाब: कोई चुनैती नहीं है। गठबंधन की वास्तविकता, इनकी लूट-खसोट, इनकी गुंडागर्दी, इनकी आराजकता को प्रदेश की जनता ने देखा है। कोई भी सभ्य समाज गुंडागर्दी, लूट-खसोट को कभी भी सपोर्ट नहीं कर सकता है। चार बार सपा, तीन बार बसपा को प्रदेश के अंदर शासन सत्ता में रहने का मौका मिला। इन सात बार में इन लोगों ने यूपी को तबाह कर दिया। कांग्रेस के पास कुछ बचा नहीं है। अमेठी-रायबरेली भी नहीं बचा पा रही है, बाकी प्रदेश की बात तो कांग्रेस के लिए सपना है।
सवाल: अमेठी और रायबरेली को लेकर जिस तरह से आप और आपके नेता बयान दे रहे हैं। तो क्या आपका संगठन वहां इतना मजबूत है जिससे आप वहां जीत का दावा कर रहे हैं।
जवाब: पूरे देश में अगर आप देखेंगे, इस चुनाव में दल पीछे हैं, जनता आगे है। एक ही नारा पूरे प्रदेश में गूंज रहा है एक बार फिर मोदी सरकार। जनता एक बार जिस नारे को एडॉप्ट कर लेती है तो फिर समझ लीजिए कि कुछ भी असंभव नहीं है। अमेठी से राहुल जी पिछले 15 सालों से सांसद हैं जितने बार राहुल गांधी 15 सालों में नहीं आए उससे ज्यादा बार स्मृति ईरानी जी (हार के बाद भी) अमेठी आती रही हैं। अमेठी के विकास के लिए कार्य किया। गांधी परिवार ये कैसा परिवार है। विगत दो वर्षों से हमारी सरकार बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में बच्चों को...हर बच्चे को 2 यूनिफॉर्म...बैग देती है..बुक्स देती है...मोजे देती है...स्वेटर देती है...उनको आपत्ति है इस बात पर कि बीजेपी या स्मृति ईरानी उनको जूता क्यों दे रही हैं। क्या गरीब का बच्चा जूता मोजा नहीं पहन सकता है। ये हम विगत 2 वर्षों से दे रहे हैं।
सवाल: प्रियंका गांधी कह रही हैं कि चुनाव के वक्त जूते बांटकर वोटरों को लुभाने की कोशिश कर रही है बीजेपी
जवाब: चुनाव के वक्त नहीं बांटे जा रहे हैं। पिछले साल भी उसके पहले साल भी हमने बांटे थे। बेसिक शिक्षा परिषद के एक करोड़ 77 लाख बच्चों को हमने ये बांटे हैं...और मुझे तो आश्चर्य हो रहा है कि प्रियंका वाड्रा कैसी बहन और कैसी मां हैं, जो बच्चों को गाली सिखाती है। अब यही कांग्रेस के संस्कार रह गए हैं। मुझे अफसोस है कि एक राष्ट्रीय दल की महासचिव कांग्रेस के शाही परिवार से उनका संबंध है। इस प्रकार की हरकतें कर रही हैं।
सवाल: आप के भाषण में आतंकवाद और राष्ट्रवाद का जिक्र हो रहा है तो ये क्या जनता के लिए असल मुद्दे हैं।
जवाब: विकास आवश्यक है आम जन के जीवन में खुशहाली लाने के लिए। विकास प्रत्येक जन को मिल सके इसके लिए सुरक्षा भी जरूरी है। बाह्य और आंतरिक सुरक्षा में मोदी जी की सरकार ने जो काम किया है, जो मजबूती प्रदान की है वो अभूतपूर्व है। पब्लिक ये चाहती है कि हमारा देश सुरक्षित हो...हमारी व्यक्तिगत समृद्धि का मतलब नहीं है जब तक कि देश की सुरक्षा न हो और मोदी सरकार ने इन दोनों क्षेत्रों में बहुत अच्छा काम किया है और इसलिए भी पब्लिक का रिस्पॉन्स इन मुद्दों को लेकर आता है। ये स्वार्थ का नहीं परमार्थ का काम है। व्यक्तिगत हित के लिए जब हम बात करते हैं तो वो स्वयं के लिए आ जाती है। जब हम राष्ट्रवाद की बात करते हैं तो ये परमार्थ की बात होती है..राष्ट्र के हर व्यक्ति की बात होती है।
सवाल: आपने अपने भाषण में कहा कि हर घर को आपने बिजली दी है तो क्या जनता बिजली का करंट गठबंधन को दे पाएगी।
जवाब: सपा और बसपा में चार जनपदों को बिजली मिलती थी। बिजली की जाति होती थी उसका मजहब होता था। होली-दीपावली में बिजली गायब रहती थी। ईद के समय बिजली आ जाती थी। मोहल्ले देखे जाते थे कि कौन किस मत का है, कौन मजहब का है। हमारी सरकार आई...मोदी जी की सरकार आई तो ‘सबका साथ सबका विकास’ के अनुरूप बिजली देना प्रारंभ किया। आज प्रदेश के सभी 75 जनपदों में 24 घंटे, तहसील में 20 घंटे, ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे विद्युत की अनवरत आपूर्ति है। बुंदेलखंड में बिजली की 20 घंटे अनवरत आपूर्ति हो रही है। आज किसान, नौजवान समाज के प्रत्येक तबके को बिना किसी भेदभाव के बिजली मिल रही है। एक करोड़ से अधिक गरीबों को नि:शुल्क विद्युत कनेक्शन ''सौभाग्य योजना'' में हमने प्रदान किया है। हमने बिना भेदभाव के सबको लाभ दिया है। जो सपा-बसपा का गठबंधन बना है उसकी हवा हमारे विकास कार्यों के जरिए निकल जाएगी।
सवाल: बुर्के को लेकर बड़ी सियासत चल रही है। शिवसेना कह रही है, अब आपकी पार्टी भी कह रही है कि बुर्के पर बैन लगाया जाए। मुख्यमंत्री इस पर क्या सोचते हैं, उनका क्या कहना है।
जवाब: सबसे बड़ी बात तो ये है कि महिला सशक्तिकरण का कार्य बड़ी ईमानदारी से होना चाहिए और आधी आबादी के सम्मान के लिए काम होना चाहिए। आधी आबादी को नजरअंदाज करके हम विकास नहीं कर सकते हैं। पीएम मोदी जी के नेतृत्व में ''ट्रिपल तलाक'' से मुक्ति, हलाला जैसे अंधविश्वासों जैसी परंपराओं को पूरी तरह से रोकना...इन जैसी परंपराएं जब खत्म हो जाएंगी तो अपने आप कुप्रथाओं का अंत हो जाएगा।
सवाल: जावेद अख्तर कह रहे हैं कि बुर्के पर जो बैन लगाने की बात हो रही है तो राजस्थान में जो घूंघट प्रथा है, उसे पहले बैन कराएं फिर बुर्के पर बैन हो।
जवाब: कौन व्यक्ति क्या बोल रहा है ये उनके विचार हो सकते हैं। और मुझे लगता है कि जावेद अख्तर जैसे लोगों को कम से कम इस प्रकार की राजनीति में बीच में नहीं पड़ना चाहिए। लेकिन मुझे लगता है कि महिला सशक्तिकरण आवश्यक है।
सवाल: अभी मतदान के दौरान आप के लोगों ने आरोप लगाए कि बुर्के की आड़ में फर्जी मतदान हो रहा है। इस पर क्या कहना है आपका।
जवाब: इलेक्शन कमीशन के स्पष्ट निर्देश हैं कि यदि ऐसा कहीं कुछ हो रहा है तो उसके बारे में साफ-साफ बोलें। उसके लिए प्रावधान हैं।
सवाल: अखिलेश यादव का कहना है कि मुख्यमंत्री लैपटॉप नहीं बांट रहे हैं क्योंकि उनको लैपटॉप चलाना नहीं आता है।
जवाब: कौन क्या कहता है...जिसकी जितनी बुद्धि है, उतनी ही वो बात कहता है। रामचरित मानस की एक चौपाई है...जाके प्रभु दारुण दुख दीन्हा, ताकी मति पहले हर लीन्हा। जिनकी बुद्धि पहले ही हर लेते हैं भगवान, वो हमेशा नकारात्मक बातें ही करते हैं। उनसे किसी अच्छे वाक्य...अच्छी बात की उम्मीद करना बेमानी है।
सवाल: ये अगली जनसभा है तो क्या विपक्ष पर फिर प्रहार की तैयारी है।
जवाब: हम प्रहार नहीं...हम यही बताएंगे कि पिछले 5 साल में मोदी जी की सरकार में किस तरह के विकास कार्य हुए हैं।
सवाल: विपक्ष आप पर आरोप लगाता है कि आप सांप्रदायिकता की राजनीति करते हैं।
जवाब: हमने कुछ ऐसा नहीं किया है। सांप्रदायिकता के आधार पर ध्रुवीकरण नहीं किया है जो वास्तविकता है, उन्हीं मुद्दों पर हमने बात की है। जाति के आधार पर वोट तो कांग्रेस और सपा-बसपा द्वारा मांगा गया है। राष्ट्रवाद और सुशासन के आधार पर हम अपनी बात जनता के बीच में रखते हैं। वोट देना जनता का काम है।
सवाल: आपने कहा कि राहुल गांधी वायनाड चले गए हैं। आपने हरे झंडे का भी जिक्र किया। क्या कहना है आपका।
जवाब: ये तो हर व्यक्ति कह रहा है कि राहुल गांधी को अपनी सुनिश्चित हार को देखकर वायनाड भागना पड़ा। वहां की जनता इनको जवाब देगी।
सवाल: आपको देखने के लिए इतनी भीड़ आ रही है। चिलचिलाती धूप में इतने लोग आ रहे हैं। क्या ये भीड़ वोट में तब्दील होगी।
जवाब: पूरी भीड़ मोदी मैजिक का प्रभाव है। मोदी जी के नाम पर हर व्यक्ति बीजेपी को अपना व्यापक समर्थन देना चाहता है। ये जितनी भीड़ है वो बीजेपी समर्थक है और बीजेपी को वोट भी करेगी।
सवाल: हम देख रहे हैं आपने इतनी जनसभाएं की हैं। आप के चेहरे पर थकान नहीं है। ऊर्जा का क्या राज है।
जवाब: देखिये ये जितना भी जनसैलाब उमड़ रहा है, ये मोदी का करिश्माई नेतृत्व है। उनके नेतृत्व में लोककल्याणकारी योजनाएं हुई हैं, देश के विकास की दृष्टि से जो कार्यक्रम प्रारंभ हुए हैं, दुनिया में भारत का जो सम्मान बढ़ा है,उस सबके प्रति समर्थन देने के लिए जनता का ये भारी जनसैलाब का समर्थन मोदी के फिरसे प्रधानमंत्री बनाने के लिए दिखाई दे रहा है। जहां तक हम लोगों की ऊर्जा का राज है, ऊर्जा तो भारतीय परंपरा का स्रोत है। योग उसका आधार है। जिस योग की परंपरा को मोदी जी ने एक वैश्विक पहचान दी है, 21 जून 'विश्व योग दिवस'' के रूप में मनाया जाता है। सचमुच मोदी के कारण देश का सम्मान अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर, वैश्विक स्तर पर बढ़ा है। भारत सुरक्षित हुआ है, सुदृढ़ हुआ है।
सवाल: यानी आपका कहना है कि आप सब लोगों का कर्मयोग बीजेपी को राजयोग दिलाकर रहेगा।
जवाब: बीजेपी आएगी, जनता उसे फिर से लेकर आएगी। क्योंकि देश को सुरक्षा और समृद्धि की ओर केवल मोदी जी ही लेकर जा सकते हैं। बाकी और किसी के वश का नहीं है।
सवाल: मुख्यमंत्री जी सोशल मीडिया का खासा दखल है चुनाव प्रचार में और अखिलेश यादव की ट्विटर की जो चिड़िया है, वो बहुत चहचहा रही है, आजकल वह आपपर कई वार कर रहे हैं, क्या कहना है ट्विटर की इस चिड़िया पर और इस दुनिया पर।
जवाब: देखिये सोशल मीडिया नि:संदेह एक बड़ा हथियार भी है, हम उसका सदुपयोग भी कर सकते हैं, हम दुरुपयोग भी कर सकते हैं। ये तो पात्रता पर निर्भर करता है। लेकिन सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव अपनी हार से हताशा और निराशा के चलते इस प्रकार की टिप्पणियां कर रहे हैं। और मुझे लगता है कि ये हताशा और निराशा ही उन्हें सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर एक निगेटिव, एक नकारात्मक उनका जो चेहरा है वह प्रस्तुत कर रहा है। बीजेपी गठबंधन की पूरी तरह हवा निकाल चुकी है और मुझे लगता है कि जनता का जो रुझान है, उसको देखते हुए ये कह सकते हैं कि गठबंधन फेल ही नहीं होगा 23 मई के बाद आप देखना कि सपा-बसपा के बीच में गुत्थम-गुत्था होगी। उसको भी पूरा देश और पूरी दुनिया देखेगी।
सवाल: मुख्यमंत्री जी हम भी देख रहे हैं कि आप तकनीक से जुड़े रहते हैं, पल पल का अपडेट आप लगातार लेते रहते हैं, बहुत सारे लोगों को लगता है कि आप इतना अपडेट नहीं रहते होंगे।
जवाब: ऐसा नहीं है भाई..आजके दिन पर अगर हम अपडेट नहीं रहेंगे तो सोशल मीडिया हो या विजुअल मीडिया हो..हर जगह हर समय हमें अलर्ट रहना पड़ता है।
सवाल: विपक्ष की बात करें तो दो लोगों को निशाने पर ले रहा है, योगी और मोदी, लगातार हमले कर रहा है आप लोगों पर, विपक्ष की रणनीति को आप कैसे देखते हैं?
जवाब: हमने मुद्दों की बात कही है, विकास हो सुरक्षा हो या सुशासन हो। ये हमारे मुद्दे हैं। और मोदी जी के नेतृत्व में इन सभी क्षेत्रों में बेहतर कार्य हुए हैं। लेकिन अपनी हताशा-निराशा में विपक्ष टीका टिप्पणियां कर रहा है। ये उनकी हताशा-निराशा को प्रदर्शित करता है।
सवाल: अगर बात की जाये मायावती की तो वो आप पर बहुत कम निशाना साधती हैं, हम लगातार देख रहे थे, ट्रेंड देख रहे थे। केंद्र सरकार पर निशाना साधती हैं। आप किस तरह से इसे देखते हैं।
जवाब: देखिये हमारी लड़ाई एक व्यक्ति से नहीं है। विचारधारा से है। हमारी लड़ाई देश के लिए है। आतंकवाद के खिलाफ है। अराजकता के खिलाफ, भ्रष्टाचार के खिलाफ है। और जो भी व्यक्ति आतंकवाद का समर्थन करेगा, भ्रष्टाचारियों का समर्थन करेगा। स्वभाविक रूप से उसे हम लोगों से परेशानी होगी।
सवाल: मायावती कहती हैं कि बीजेपी वाले फर्जी अंबेडकरवादी हैं। वह कहती हैं कि आप लोग जबरदस्ती अंबेडकर जी का नाम लेकर वोट पाना चाहते हैं।
जवाब: देखिये हम लोगों ने किसी व्यक्ति, किसी जाति मत या मजहब के आधार पर कभी वोट देने का प्रयास नहीं किया है। जो काम किया है, उस आधार पर बीजेपी ने कहने में भी कोई गुरेज नहीं किया है। बाबा साहब भीम राव अंबेडकर को आजादी के बाद सबसे ज्यादा सम्मान बीजेपी ने दिया है। और मोदी जी के नेतृत्व की बीजेपी सरकार ने अंबेडकर से जुड़े हुए पांच प्रमुख स्थलों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित किया है। ये श्रेय अगर किसी को जाता है तो बीजेपी को जाता है।
सवाल: मुख्यमंत्री जी आप यूपी में प्रचार कर रहे हैं, इसके अलावा पश्चिम बंगाल में प्रचार किया, उड़ीसा में प्रचार किया..क्या उम्मीद है पश्चिम बंगाल से?
जवाब: पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी बहुत बड़ी सफलता प्राप्त करनेवाली है। प बंगाल में, उड़ीसा में, केरल में। नार्थ ईस्ट में बीजेपी को बहुत बड़ी सफलता मिलने वाली है। मोदी जी के कार्यों के प्रति देश में एक बहुत जबरदस्त लहर है। भारतीय जनता पार्टी को इसका लाभ होगा।
सवाल: सीताराम येचुरी ने एक बयान दिया है। वो कहते हैं कि हिंदू हिंसक है, रामायण और महाभारत का जिक्र किया, उन्होंने एपिक कहा..और उन्होंने कहा कि इसमें भी हिंसा हुई है।
जवाब: देखिये सबसे बड़ी बात तो ये है कि अपने मां-बाप द्वारा दिये गए नाम का भी जो व्यक्ति सम्मान नहीं रख पा रहा है, उसके बारे में टिप्पणी क्या करनी है। बड़ी अभद्र टिप्पणी है। अपमानजनक है, और मुझे लगता है कि चुनाव आयोग अवश्य इसका संज्ञान लेगा।
सवाल: आपका एक बयान बहुत चर्चा में है, आपने कहा था...''बाबर की औलाद''
जवाब: जिस परिपेक्ष्य में कहा था मैंने उसका जवाब मैं दे चुका हूं।
सवाल: पूर्वांचल की जंग बड़ी दिलचस्प है इस बार, और महत्वपूर्ण भी है। इस बारे में क्या कहना है आपका?
जवाब: भारतीय जनता पार्टी 74 प्लस के लक्ष्य को पार करेगी।