वाराणसी जिले की स्पेशल सीजेएम कोर्ट में शुक्रवार (19 दिसंबर 2025) को पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को पेश किया गया. अमिताभ ठाकुर की पेशी से पूर्व वाराणसी के न्यायालय परिसर में अचानक हलचल बढ़ गई, कुछ समय के लिए तो न्यायालय परिसर छावनी में तब्दील हो गया. सैकड़ो की संख्या में सुरक्षा बल कोर्ट रूम के बाहर से लेकर न्यायालय परिसर तक तैनात हो गए. इसकी चर्चा वाराणसी न्यायालय के अलावा सोशल मीडिया तक भी देखी जा रही है. 

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दरअसल पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की वाराणसी कोर्ट में पेशी होनी थी. हिंदू युवा वाहिनी के नेता पर टिप्पणी मामले को लेकर पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की पेशी शुक्रवार की देर शाम वाराणसी न्यायालय के स्पेशल एसीजेएम 1 कोर्ट में हुई.

कोर्ट रूम से परिसर तक सुरक्षाकर्मियों की रही तैनाती

इस दौरान सबसे हैरानी की बात तब देखी गई, जब कोर्ट परिसर से लेकर कोर्ट रूम के बाहर तक पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर के लिए भारी सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई थी. सैकड़ो पुलिसकर्मी देखकर वाराणसी के अधिवक्ता भी हैरान थे. जब अमिताभ ठाकुर कोर्ट रूम में जा रहे थे, तब मानो परिसर का वह क्षेत्र पुलिस की सिटियों से गूंज रहा था. इसकी चर्चा वाराणसी के न्यायालय परिसर से लेकर सोशल मीडिया तक भी देखी जा रही है. 

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लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहा

वाराणसी के कोर्ट परिसर में शुक्रवार की देर शाम के बाद भारी संख्या में पुलिस बल देखकर वाराणसी के अधिवक्ता भी हैरान हो गए. लोगों के बीच इस बात की चर्चा रही कि आखिर में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की पेशी  के दौरान इतनी भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की जरूरत आखिर क्यों हो गई. करीब 1 घंटे तक वाराणसी के न्यायालय परिसर में हलचल तेज रही. मीडियाकर्मियों का भी भारी संख्या में कोर्ट रूम के बाहर जमावड़ा रहा. 

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, पूरा मामला कोडीन कफ सिरप केस से जुड़ा है, चौक थाना क्षेत्र के बड़ी पियरी निवासी हिन्दू युवा वाहिनी के नेता और वीडीए के मानद सदस्य अम्बरीष सिंह भोला ने चौक थाने में 9 दिसंबर को प्राथमिकी दर्ज कराई थी. अमिताभ ठाकुर पर आरोप है कि उन्होंने बीते 30 नवंबर को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें अमिताभ ठाकुर ने अम्बरीष सिंह भोला पर आपराधिक मामलों में संलिप्त होने के झूठे आरोप लगाए गए थे.