Etah Crime News: यूपी के एटा में 13 जुलाई को हुई सात के बच्चे की हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस के मुताबिक बच्चे के सगे चाचा ने ही विरोधियों को फंसाने के लिए ये साजिश रची थी. चाचा ने विरोधियों को फंसाकर हत्या के आरोप में जेल में बंद सगे भाई को छुड़ाने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया. आरोपी ने विरोधी पक्ष को फंसाने के लिए अपने 7 साल के गूंगे, बहरे और मंदबुद्धि भतीजे मयंक की गोली मारकर हत्या कर दी थी.

  


13 जुलाई को एटा के जैथरा थाना छेत्र के पिपहरा गांव में 7 साल के मासूम की रात में घर में सोते समय गोली मारकर हत्या हुई थी. मयंक के चाचा नीरज ने विरोधियों को फंसाने के लिए सगे भतीजे की हत्या की और विरोधी पक्ष के पांच नामजद लोगों रामव्रज, बबलू, विवेक, विमलेश और अतेंद्र के खिलाफ जैथरा थाना में आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 302, 120 बी 34 के तहत मुकदमा दर्ज कराया था. आरोपी चाचा नीरज का प्लान था कि भतीजे की हत्या के बाद वो अपने विरोधियों को फंसाकर उनपर दवाब बनाकर कम्प्रोमाइज करके जेल में हत्या के आरोप में बंद अपने भाई संजू को छुड़ा लेगा.


हत्या मामले में बंद भाई को छुड़ाने के लिए रची साजिश


दरअसल सितम्बर 2022 में विरोधी पक्ष के रामब्रज के भाई ओमवीर की नीरज, संजू, रिंकू तीनों सगे भाइयों व इनके साथी चोव सिंह ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस हत्या के आरोप में आईपीसी की धारा 452, 302, 34 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था. इस मामले में नीरज का भाई संजू अभी भी एटा जेल में बंद है. 


एटा के एसएसपी राजेश कुमार सिंह ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी ने हत्या के आरोप में बंद अपने भाई को छुड़ाने के लिए इस साजिश को रचा था. उसने पहले अपने सात साल के भतीजे की हत्या की और फिर अपने विरोधियों को फंसाने के लिए पांच लोगों के खिलाफ नामजद शिकायत दर्ज करा दी. उन्होंने कहा कि आरोपी के लिए अपने मंदबुद्धि बच्चे को पालना मुश्किल थी. इसलिए उसने अपने भाई के लिए अपने भतीजे को कुर्बान कर दिया.  


एसएसपी ने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी कि इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में लगवाकर जल्द से जल्द सजा दिलवाई जाए क्योंकि अपंग, मंद बुद्धि और निरीह बच्चे को इस तरह से मार देना जघन्य अपराध है. ये अपराध अक्षम्य है, इस मामले में आरोपी को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी. 


ये भी पढ़ें- UP Politics: अखिलेश यादव को नहीं भा रहे सहयोगी, हर चुनाव से पहले सपा कर रही नए प्रयोग