BJP MP Sanghmitra Maurya Etah Visit: एटा में आयोजित बीजेपी के प्रबुद्ध सम्मेलन में बदायूं की लोकसभा सांसद संघ मित्रा मौर्य (Sanghmitra Maurya) ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और कांग्रेस (Congress) पर जमकर हमला बोला. बीजेपी सांसद (BJP MP) ने कहा कि कांग्रेस की सरकारों में गरीबों को दिए जाने वाले एक रुपये का 15 पैसा ही पहुंचता था. मुख्यमंत्री की तरफ से मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh) के लिए 'अब्बा जान' शब्द का प्रयोग करने को लेकर पूछे गए प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि "उनका भी काम सिर्फ एक होता था टोपी लगा लेना." किसान आंदोलन पर उन्होंने कहा कि जो लोग धरने पर बैठे हैं वो किसान (Farmer) नहीं राजनीतिक लोग हैं, जो किसानों के नाम पर राजनीति कर रहे हैं. अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के ईवीएम (EVM) पर सवाल उठाने को लेकर संघ मित्रा मौर्य ने कहा कि ईवीएम से ही अखिलेश सांसद बने हैं और ऐसा कहकर वो अपने ही ऊपर सवाल खड़ा कर रहे हैं.
विपक्ष के पास मुद्दे नहीं हैं
संघ मित्रा मौर्य ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकारें जब एक रुपया भेजती थीं तो जनता के पास 15 पैसा पहुंचता था पर अब हमारे देश के प्रधानमंत्री अगर 2000 रुपये खाते में भेजते हैं तो 1999 रुपये नहीं पूरे 2000 रुपये पहुंचते हैं. हम बंदरबांट नहीं करते. उन्होंने कहा कि आज विपक्ष मुद्दा विहीन है. यदि कोई विकास की चर्चा करता है तो वो बीजेपी का छोटा से छोटा कार्यकर्ता उसको जवाब दे सकता है. आज कोई भी महिला खुद बता देगी की उसे छत, शौचालय, राशन, किसान सम्मान निधि मिल रही है.
अखिलेश यादव पर साधा निशाना
जब बीजेपी सांसद से पूछा गया कि अखिलेश यादव का कहना है कि बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है वो केवल धर्म की राजनीति करके चुनाव जीतना चाहती है तो उन्होंने कहा कि "अगर बीजेपी में धर्म की राजनीति है तो वो इस धर्म से दूर थे, इस धर्म में वो क्यों आ रहे हैं? वो जिस रास्ते पर चल रहे थे उनको उसी रास्ते पर चलना चाहिए था. आज वो मंदिरों और गंगा जी के चक्कर क्यों काटना शुरू कर दिए हैं, वो इससे दूर रहते. सपा की बनाई योजनाओं का उद्घाटन करने के आरोप के जवाब देते हुए संघ मित्रा मौर्य कहा कि आज प्रधानमंत्री जी योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन दोनों कर रहे हैं.
जनता बीजेपी के साथ है
अखिलेश के ईवीएम और डीएम से सतर्क रहने वाले बयान पर उन्होंने कहा कि तो फिर अखिलेश कैसे सांसद बन गए? ईवीएम पर सवाल उठाकर वो खुद अपने ऊपर सवाल खड़ा कर रहे हैं. जब उनसे पूछा गया कि 2022 में बीजेपी कितनी सीटें जीतेगी तो उन्होंने कहा कि हम पिछली सीटों से ज्यादा बढ़ेंगे, एक भी सीट कम नहीं होने वाली है. बीजेपी सांसद ने कहा कि सरकार तो हमारी फिर से आने वाली है. उत्तर प्रदेश के दो लड़के, बुआ-बबुआ सब एक हो जाएं, कोई फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि जनता बीजेपी के साथ है.
विरोधी हैरान और परेशान हैं
2022 में बीजेपी की जीत का मंत्र पूछने पर उन्होंने कहा कि बीजेपी का फॉर्मूला कोई व्यक्ति विशेष, जाति, धर्म नहीं है बल्कि बीजेपी मुद्दा हर गरीब तबके के व्यक्ति को विकास की राह से जोड़ना है. योजना का लाभ हर व्यक्ति तक पहुंचाना है और वो पहुंच रहा है. विरोधी इसीलिए हैरान और परेशान हैं क्योंकि आज हर व्यक्ति केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ उठा रहा है.
मजबूरी में जा रहे हैं मंदिर
जब उनसे पूछा गया कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पिता को 'अब्बा जान' कहकर धार्मिक आधार पर वोटों का ध्रुवीकरण किया जा रहा है और उसके बाद राकेश टिकैत की तरफ से 'चचा जान' कहकर उसका काउंटर किया जा रहा है तो उन्होंने अखिलेश के बारे में कहा कि "कहीं ना कहीं यदि आप पीछे जाएंगे तो जो मुख्यमंत्री जी ने कहा है, उसका रीजन भी आपको पता है. उनका भी काम सिर्फ एक होता था टोपी लगा लेना और आज मजबूरी में ही वो गंगा जी जा रहे हैं, मंदिर जा रहे है.''
किसानों के नाम पर राजनीति कर रहे हैं
कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों से 2022 में बीजेपी को नुकसान होने वाले सवाल के जवाब में बीजेपी सांसद ने कहा कि सही मायने में किसान आंदोलन कहीं पर नहीं है, आज जो लोग धरने पर बैठे हैं आपको वो कहां से किसान लगते हैं? वो किसान हैं ही नहीं. वहां पर सिर्फ राजनीतिक लोग बैठे हैं, जो किसानों के नाम पर राजनीति कर रहे हैं.
कोरोना की दूसरी लहर में हुई दिक्कत
कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से जान गंवाने, गंगा में लाशें तैरने, श्मशान में खुले में लाशें पड़ी होने जैसी अव्यवस्थाओं को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में संघ मित्रा मौर्य ने ने कहा कि मुख्यमंत्री जी अगर ये कहते हैं कि हम टीकाकरण में सबसे आगे हैं तो इसमे कोई संदेह नहीं कर सकता. क्योंकि उसका जीता जागता उदाहरण आप और हम हैं जो बिना मास्क लगाए हुए खड़े हैं. उन्होंने स्वीकार करते हुए कहा कि दूसरी लहर में थोड़ी दिक्कतें आई लेकिन तुरंत उस पर काबू कर लिया गया. कोई और केंद्र या प्रदेश में होता तो आज हम और आप भी उस गंगा जी में होते, यहां पर नहीं होते.
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