प्रयागराज, एजेंसी। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज को राज्य का मुख्य शैक्षणिक केंद्र माना जाता है और शिक्षा विभाग से जुड़े सभी कार्यालय लगभग यही हैं। लेकिन बेसिक शिक्षा निदेशालय और बेसिक शिक्षा परिषद का दफ्तर जल्द लखनऊ शिफ्ट किया जा रहा है। इस आदेश के बाद विभाग के कर्मचारी नाराज हैं और विरोध में बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।

शुक्रवार को निदेशालय में हुई एक बैठक के बाद शिक्षा निदेशालय मिनिस्टिरियल कर्मचारी संघ के अध्यक्ष कपिल देव मिश्र ने दावा किया कि लखनऊ में बसे कुछ अधिकारी अपनी सुविधा के लिए इन कार्यालयों को प्रयागराज से लखनऊ ले जाना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि निदेशालय की एक-एक इकाइयां लखनऊ स्थानांतरित होने से निदेशालय में कार्यरत 1,000 से अधिक कर्मचारी-अधिकारी प्रभावित होंगे। इसके अलावा, प्रयागराज की गरिमा भी घटेगी क्योंकि शिक्षा निदेशालय का मुख्यालय आजादी से पहले से ही प्रयागराज में स्थापित है और इसका भवन अपने आप में एक अमूल्य धरोहर है।

अपर मुख्य सचिव ने जारी किया था आदेश आपको बता दें कि अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार द्वारा 24 फरवरी को कार्यालय स्थानांतरण संबंध शासनादेश जारी किया जिसमें कहा गया है कि बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय प्रयागराज, बेसिक शिक्षा निदेशालय प्रयागराज के अधीन खंड शिक्षा अधिकारियों एवं लिपिक संवर्ग के कर्मियों के सेवा प्रकरण संबंधी अनुभाग और वित्त नियंत्रक, बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय को प्रयागराज से लखनऊ स्थित साक्षरता निदेशालय स्थानांतरित करने का निर्णय किया गया है।

उन्होंने बताया कि जल्द ही निदेशालय के कर्मचारियों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर इस शासनादेश के रद्द करने की मांग करेगा।