लखनऊ. यूपी धर्मांतरण मामले में रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं. यूपी एटीएस की जांच में अब एक और अहम खुलासा हुआ है. सूत्रों के मुताबिक, धर्मांतरण के लिए कई कोड वर्ड का इस्तेमाल किया जाता था. अभी तक सात कोड वर्ड सामने आए हैं. कहा जा रहा है कि धर्मांतरण करने वाले लोग इन कोड वर्ड का इस्तेमाल करते थे. इन सात कोड वर्ड में 6 को डिकोड कर लिया गया है. जबकि एक कोड वर्ड को डिकोड करने की कोशिश की जा रही है.


हम आपको वो कोड वर्ड बताने जा रहे हैं जिनका इस्तेमाल धर्मांतरण के लिए किया जाता था. साथ ही हम इन कोड वर्ड का मतलब भी आपको बताएंगे. ये कोड वर्ड हैं.


1. रिवर्ट बैक टू इस्लाम प्रोग्राम (धर्म परिवर्तन)
2. मुतक्की (हक और सच की तलाश)
3. सलात (नमाज)
4. रहमत (विदेश से आने वाला फंड)
5. अल्लाह के बंदे (सोशल मीडिया पर वीडियो को लाइक करने वाला)
6. मोबाइल नंबर, जन्मतिथि (धर्म परिवर्तन का नाम)
7. कौम का कलंक इसे डिकोड किया जाना बाकी है.


अब तक पांच आरोपी गिरफ्तार
धर्मांतरण मामले में एटीएस अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. एटीएस ने सोमवार को तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एटीएस ने कहा कि 20 जून को काजी जहांगीर और उमर गौतम को धर्म परिवर्तन कराकर देश में सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. इन लोगों से पूछताछ में इरफान शेख, मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान तथा राहुल भोला के नाम सामने आए थे.


बयान के मुताबिक इन लोगों से विस्तृत पूछताछ की गई, जिसके बाद सोमवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इन लोगों के कब्जे से धर्मांतरण से संबंधित दस्तावेज, विभिन्न बैंकों की चेक बुक और पासबुक, आधार कार्ड, पैन कार्ड, लैपटॉप तथा मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं.


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