Aligarh Today News: अलीगढ़ में लगातार डायरिया बीमारी ने अपने पैर पसारना शुरू कर दिया है, जिसको लेकर अब अलग-अलग गांव में मरीजों की संख्या हर रोज बढ़ती नजर आ रही है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग भी मरीजों की संख्या को लेकर चिंतित नजर आ रहा है. यही कारण है सीएमओ अलीगढ़ के आदेश के बाद जिले के अलग-अलग गांव में मौजूद डॉक्टरों को दिशा निर्देश देते हुए लोगों का इलाज करने के आदेश दिए हैं.

जिससे पैर पसार रही डायरिया नामक बीमारी पर लगाम लगाई जा सके. वहीं अतरौली तहसील क्षेत्र में डायरिया के संक्रमण की पैर पसारने की सूचना पर सीएमओ अलीगढ़ ने खुद मौके का मुआयना किया है. सीएमओ मौके पर पहुंचकर गांव के लिए टीम गठित की है, जिससे लोगों का उपचार हो सके और डायरिया के दसं से लोगों को बचाया जा सके. इसको लेकर लगातार डॉक्टर को दिशा निर्देश दिए हैं. 

घर-घर पहुंचकर डॉक्टर कर रहे इलाज 

दरअसल पूरा मामला जिला अलीगढ़ के तहसील अतरौली के ग्राम बैमवीरपुर का है, जहां स्वास्थ्य विभाग को गांव में उल्टी दस्त की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग ने सक्रियता दिखाते हुए स्वास्थ्य टीम को मौके पर भेजा है. साथ ही सीएमओ डॉ. नीरज त्यागी स्वंय गांव पहंचे और स्वास्थ्य टीम के साथ मौके पर पहुंच कर घर-घर जाकर मरीजों का स्वास्थ्य का परीक्षण किया है, जिससे लोगों की जिंदगी को बचाया जासके.

क्या कहते हैं सीएमओ अलीगढ़?

सीएमओ डॉ. नीरज त्यागी ने बताया कि 31 जुलाई को क्षेत्रीय एएनएम कमलेश कुमारी उपकेंद्र वैमवीरपुर दूरभाष के माध्यम से सूचना दी गई कि ग्राम वैमवीरपुर में डायरिया से जुडवा बच्चियों की मृत्यु हो गयी है और गांव में अन्य मरीज भी हैं. इस सूचना पर डॉ खालिद खान चिकित्सा अधीक्षक के नेतृत्व में चिकित्सकीय दल का गठन कर ग्राम बैमवीरपुर में मृतकों की समीक्षा एवं अन्य रोगियों का निरीक्षण कर उपचारित किया गया. 

गुरुवार एक अगस्त को पुनः ग्राम वैमवीरपुर में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया एवं निरोधात्मक कार्यवाही की गयी. स्वास्थ्य शिविर में कुल 79 मरीजों की जांच कर दवा वितरित की गयी, जिसमें सामान्य दस्त वाले कुल 9 मरीज मिले, सर्दी एवं बुखार वाले कुल 22 मरीज मिले और अन्य बीमारी के कुल 49 रोगी मिले, जिनको दवा देकर उपचारित किया गया एवं 17 मरीजों के रक्त पट्टिका बना कर जांच की गई.

क्षेत्रीय एएनएम एवं आशा संगिनी के नेतृत्व में 2 टीमों का गठन किया गया, जिन्होंने ग्राम में घर घर जाकर भ्रमण किया. कुल 92 घरों का सर्वे किये गए. सर्वे में 0 से 5 वर्ष के कुल 78 बच्चे मिले, जिनमें से 4 बच्चे सामान्य दस्त से और 2 बच्चे बुखार से ग्रसित थे जिनको कैंप में दवा देकर उपचारित किया गया.

घर-घर पहुँचकर इलाज कर रहे डॉक्टर

ग्राम में नाली इत्यादि की साफ सफाई की गई और ग्राम में एंटी लार्वा और ब्लीचिंग पाउडर के घोल का स्प्रे कराया गया. जल निगम की टीम ने ग्राम में पांच अलग अलग जगहों से पानी के नमूने एकत्र किए, जिनको जांच के लिए लैब में भेजा गया है.

चिकित्सकीय दल के लिए ये टीम की गई थी गठित

1. डॉ शोएब अंसारी संक्रामक रोग विशेषज्ञ

2. डॉ पंकज मिश्रा चिकित्सा अधिकारी

3. डॉ सोरन सिंह चिकित्सा अधिकारी

4. मुकेश कुमार फार्मासिस्ट

5. गिरिराज किशोर गुप्ता स्वास्थ्य निरीक्षक

6. सचिन कौशिक ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक

7. सौरभ कुमार प्रतिरक्षण अधिकारी

8. सलमान खान सी० एच० ओ०

9. राहुल चौहान एल० टी०

10. हर्ष कौशिक वार्ड बॉय

11. क्षेत्रीय ए० एन० एम०, आशा संगिनी, आशा एवं आंगनवाड़ी टीम में शामिल रही है.

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