ऋषिकेश: नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) परिसर में बने हैलीपैड पर मंगलवार से हेलीकॉप्टर उतारे जाने की अनुमति दे दी है. संस्थान के निदेशक रविकांत ने इसका परीक्षण भी किया. अब एम्स परिसर के हैलीपैड पर वायु सेना के एमआई-15 श्रेणी के तीन और सामान्य श्रेणी के पांच हेलीकॉप्टर एक साथ उतर सकेंगे.


एक अधिकारी ने बताया कि इस सुविधा के शुरू हो जाने से उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों से मरीजों के अलावा राज्य के दूर दराज क्षेत्रों में सडक दुर्घटनाओं में घायल हुए लोग एयर एम्बुलेंस या हेलीकॉप्टर के जरिए सीधे एम्स ऋषिकेश लाए जा सकेंगे, जिससे उनका जल्द उपचार सुनिश्चित होगा और उनकी जान बचने की संभावनाएं भी बढ़ जाएंगी.


एम्स के ट्रामा सर्जन मधुर उनियाल ने बताया कि एयर एम्बुलेंस के एम्स ऋषिकेश परिसर में उतरने की सुविधा शुरू होने से एम्स के ट्रामा सेंटर का वास्तविक लाभ उन लोगों तक पहुंच जाएगा, जो आपात स्थिति की श्रेणी में आते हैं. उनियाल ने बताया कि एम्स ऋषिकेश के ट्रामा सेंटर में नौ ऑपरेशन थिएटर कार्यरत हैं, जिनमें से पांच भूतल पर है. ट्रॉमा सेंटर के प्रवेश द्वार से ऑपरेशन थियेटर तक इमरजेंसी मामले को केवल नौ मिनट में पहुंचा दिया जाता है.


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