Delhi-Dehradun Expressway: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने गुरुवार को 12 हजार करोड़ रुपये की लागत से बन रहे 212 किलोमीटर 6 लेन वाले दिल्ली-देहरादून ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे का निरीक्षण किया. गडकरी के साथ केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह (सेवानिवृत्त) ने ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे परियोजना की प्रगति की समीक्षा की, जिसके इस साल के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है.
चार खंडों में विभाजित इस एक्सप्रेसवे का निर्माण दिल्ली में अक्षरधाम के पास दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (डीएमई), शास्त्री पार्क, खजूरी खास, मंडोला में खेकड़ा, बागपत, शामली, सहारनपुर, उत्तर प्रदेश में ईपीई इंटरचेंज से शुरू होकर देहरादून, उत्तराखंड तक किया जा रहा है. दतकली, देहरादून में 1,995 करोड़ रुपये की लागत से 340 मीटर लंबी, 3 लेन वाली सुरंग भी बनाई जा रही है.
4 बड़े पुल और 62 बस शेल्टर बनाए जा रहे हैंपूरे कॉरिडोर के निर्माण में कई विशेष प्रावधान किए गए हैं. इनमें गणेशपुर से देहरादून के रास्ते को वन्यप्राणियों के लिए सुरक्षित रखा गया है. इसमें 12 किलोमीटर एलिवेटेड रोड, 6 पशु अंडरपास, 2 हाथी अंडरपास, 2 बड़े पुल और 13 छोटे पुल का प्रावधान है. पूरे एक्सप्रेसवे में कुल 113 वीयूपी (वाहन अंडर पास), एलवीयूपी (लाइट व्हीक्युलर अंडर पास), एसवीयूपी (छोटे वाहन अंडरपास), 5 आरओबी, 4 बड़े पुल और 62 बस शेल्टर बनाए जा रहे हैं.
साथ ही 76 किलोमीटर सर्विस रोड, 29 किलोमीटर एलिवेटेड रोड के अलावा 16 एंट्री-एग्जिट पॉइंट भी बनाए जा रहे हैं. यात्रियों की सुविधा के लिए एक्सप्रेस-वे पर 12 वे-साइड सुविधाओं का प्रावधान है. इस राजमार्ग से हरिद्वार को जोड़ने के लिए 2095 करोड़ रुपये की लागत से 51 किलोमीटर 6 लेन ग्रीनफील्ड सड़क का निर्माण किया जा रहा है.
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इससे पहले नितिन गडकरी ने यूपी में कहा था कि 2024 समाप्त होने से पहले बुंदेलखंड और देश के रोड अमेरिका जैसे बनेंगे. किसानों का भला होना वाला है. गांव के युवाओं को रोजगार मिलेगा अब स्मार्ट सिटी नहीं बल्कि स्मार्ट विलेज बनेंगे. ये सब विकास फिल्म का ट्रेलर है अभी तो फिल्म बाकी है आप सब डबल इंजन को मजबूत करें. अब मोदी के नेतृत्व में हिंदुस्तान विश्व की एक नंबर की इकोनॉमी बनेगा.