दिल्ली ब्लास्ट की जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है, जिसके बाद एनआईए ने अब इस पूरे मामले के यूपी से लिंक की पड़ताल भी तेज कर दी हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक डॉ शाहीन के भाई डॉ. परवेज की गिरफ्तारी के बाद एनआईए की टीम जल्द ही अयोध्या जा सकती है. 

Continues below advertisement

डॉ. परवेज के दस्तावेजों की जांच में NIA को उसके अयोध्या से जुड़े होने का लिंक भी मिला है. साल 2010 में परवेज ने अयोध्या के एक अस्पताल में इंटर्नशिप शुरू की थी, ऐसे में उसके अयोध्या से वाक़िफ़ होने की वजह से एनआईए की टीम वहां जाकर भी पड़ताल करेगी. 

अयोध्या से भी जुड़ा डॉ परवेज का कनेक्शन

जानकारी के मुताबिक डॉ परवेज़ ने लखनऊ के अमीरुद्दौला इस्लामिया इंटर कॉलेज से 1999 में 10वीं और 2001 में 12वीं कक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की थी, जिसके बाद सीपीएमटी (CPMT) के जरिए उसका एमबीबीएस में चयन हुआ था. साल 2004 में उसने राजधानी के इरा मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस कोर्स में दाखिला लिया. 

Continues below advertisement

एमबीबीएस के बाद साल 2010 में अयोध्या के एक अस्पताल में इंटर्नशिप शुरू की थी. उसके अयोध्या से वाफिक होने की वजह से एनआईए की टीम वहां जाकर पड़ताल करेगी, ताकि जाँच में कोई भी एंगल न छूट जाए. एनआईए इस पूरे आतंकी मॉड्यूल के हर पहले को ध्यान में रखकर जांच में जुटी हुई हैं. 

एटीएस ने डॉ निसार से की पूछताछ

दूसरी तरफ एटीएस ने लखनऊ के एरा मेडिकल कॉलेज के डॉ. निसार से भी पूछताछ की हैं. डॉ. निसार ने कानपुर के जीवीएसएम मेडिकल कॉलेज से डिग्री ली है. डॉ परवेज़ अंसारी ने भी इसी मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई की है. इसलिए एटीएस साल 2013-14 में कानपुर के जीवीएसएम मेडिकल कॉलेज से पढ़ने वाले सभी डॉक्टरों से संपर्क कर रही है. 

सूत्रों के मुताबिक डॉ. निसार से डॉ. परवेज और उसके नजदीकी दोस्तों के बारे में पूछा गया है. बता दें कि डॉ परवेज़ अंसारी फरीदाबाद से गिरफ़्तार डॉ शाहीन का सगा छोटा भाई हैं. दोनों के बीच अक्सर बातें हुआ करती थी और वो डॉ शाहीन का करीबी था. 

'जेल की सलाखों के पीछे होते', स्वामी प्रसाद मौर्य ने धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा को बताया संविधान विरोधी