नई दिल्ली, एबीपी गंगा। दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी का जादू जमकर चला। अरविंद केजरीवाल का लगातार तीसरी बार दिल्ली की सत्ता पर काबिज होना तय हो गया है। दिल्ली की जनता ने शाहीन बाग और नागरिकता संशोधन कानून के मुद्दे को नकारते हुए स्थानीय मुद्दे के आधार पर वोट दिया। अब जब नतीजे सामने हैं तो 'आप' ने फिर साबित कर दिया है कि विरोधियों के लिए दिल्ली अभी दूर है।


एक तरफ जहां 'आप' को प्रचंड बहुमत मिला है और भाजपा के वोट प्रतिशत में बढ़ोतरी हुई तो वहीं पिछले चुनावों की तरह इस बार भी कांग्रेस खाता नहीं खोल पाई। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोटो की गिनती पूरी हो चुकी है। 'आप' ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं, बीजेपी ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की है।



बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने हार को स्वीकार करते हुए कहा कि हम इस नतीजे का विश्लेषण करेंगे। उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, 'कार्यकर्ताओं ने जो कठिन परिश्रम किया है, उन्हें उनकी मेहनत के लिए साधुवाद देता हूं। दिल्ली की जनता का जनादेश सिर माथे पर रखते हुए मैं अरविंद केजरीवाल जी को बधाई देता हूं। मुझे उम्मीद है कि वह दिल्ली की आकांक्षाओं के अनुरूप दिल्ली सरकार में अच्छा करते हुए राजधानी की अपेक्षाओं की पूर्ति करेंगे।'