Bhagat Singh Koshyari on CM Post: महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) शुक्रवार को देहरादून (Dehradun) में मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि वो अब राजनीति से दूर होकर प्रदेश के विकास और समृद्धि के लिए काम करना चाहते हैं. भगत सिंह कोश्यारी ने प्रदेश के राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी की तारीफ करते हुए कहा कि प्रदेश में पलायन खत्म करने और प्रदेश को आगे बढ़ाने में जो भी कार्य करेगा वो उसके साथ हैं. 


महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के राज्यपाल पद और भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे जिन पर विराम लगाते हुए भगत सिंह कोश्यारी ने खुलकर अपनी बात रखी. साथ ही सीएम पुष्कर सिंह धामी को शिष्य बताए जाने पर कहा कि कोई किसी का शिष्य नहीं होता, धामी अच्छा काम कर रहे हैं. सीएम बनने की संभावना पर उन्होंने कहा कि अब वो सक्रिय राजनीति से दूर हैं, ऐसा ऑफर अब आएगा ही नहीं. 


सीएम धामी को लेकर कही ये बात 
महाराष्ट्र से राज्यपाल पद के इस्तीफे के बाद जब से भगत सिंह कोश्यारी उत्तराखंड आए हैं, तभी से भगत सिंह कोश्यारी को लेकर अलग-अलग चर्चाएं चल रही है, लेकिन मीडिया कर्मियों से बात करते हुए पूर्व राज्यपाल ने सभी संभावनाओं को दरकिनार करते हुए कहा कि वह सक्रिय राजनीति से 2 महीने पहले ही बहुत दूर हो चुके हैं और उन्हें किसी भी तरह के पद की लालसा नहीं है उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें बहुत सम्मान दिया है.


भगत सिंह कोश्यारी ने साफ कहा है कि पार्टी ने उन्हें जितना दिया है वो सपने में भी किसी को नहीं मिलता है. सीएम बनने की संभावना पर उन्होंने कहा कि अब वो सक्रिय राजनीति से दूर हैं, ऐसा ऑफर अब आएगा ही नहीं. धामी सरकार के लिए दूसरा पावर सेंटर बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वो खुद बड़ी पावर छोड़कर आये हैं. पावर सेंटर बनने की उनकी कोई इच्छा नहीं है. महाराष्ट्र में विवादित बयानों पर कहा कि मेरे से कोई गलती हुई होती है तो मैं माफी मांगता हूं. वहां भी मैने ऐसा ही किया है, मैने न तो शिवाजी महाराज पर ओर न ही सावित्री देवी पर कोई बयान दिया है. 


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