UP News: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान परस्त आंतकवाद को उजागर करने के लिए दुनिया के कई देशों में भारत अपने सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल भेज रहा है. अब इसी प्रतिनिधिमंडल को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. क्योंकि कांग्रेस ने जिन सदस्यों के नाम भेजे थे उनके बजाय सरकार ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर का नाम शामिल किया है. जिसको लेकर कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद कुंवर दानिश अली ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
कांग्रेस नेता दानिश अली ने कहा कि सात सांसदों का प्रतिनिधिमंडल का चयन होना था. जिसके लिए पार्टी से चार नाम मांगे गए थे, अब हमारी पार्टी में लोकसभा और राज्यसभा को मिलाकर सवा सौ से अधिक सांसद हैं. इनमें कौन से चार होंगे इसका अधिकार हमारे पार्टी अध्यक्ष को होगा या भारतीय जनता पार्टी को होगा. या फिर सरकार खुद तय कर ले और जब पार्टी से नाम मांगे तो पार्टी को तय करने दे.
शशि थरूर का नाम नहीं भेजा गया था
इस मामले में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी सफाई दी थी कि पार्टी की ओर से शशि थरूर का नाम नहीं भेजा था. पार्टी की ओर से आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नासिर हुसैन और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के नाम शामिल थे. लेकिन बावजूद इसके इन्हें दरकिनार कर शशि थरूर का नाम शामिल कर लिया. जिसको लेकर एक नई राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस ने इसे ओछी राजनीति बताया है. वहीं अब इस मामले में क्या शशि थरूर के खिलाफ पार्टी कोई एक्शन लेगी या नहीं इसका भी खुलकर कुछ नहीं कह रहा.
अलग चल रहे हैं शशि थरूर
बता दें कि कांग्रेस सांसद शशि थरूर काफी समय से बागी रुख अपनाए हुए हैं. उन्होंने कई मौकों पर प्रधानमन्त्री मोदी समेत भाजपा सरकार की तारीफ की. जिस पर पार्टी के अंदर उनके लिए असंतोष पनप रहा है, बीच में उनके पार्टी छोड़ने की भी चर्चाएं तेज हो गईं थीं.