Coronavirus in Kanpur: सूबे में कोरोना केस लगातार कम हो रहे हैं लेकिन कानपुर में अचानक एक दिन में 22 नए संक्रमितों के मिलने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया था. इस बीच राहत की खबर ये है कि इन सभी 22 लोगों के संपर्क में आए लोगों की जांच की गई जिनमें सभी लोग कोरोना मुक्त पाए गए हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है. लेकिन भविष्य को देखते हुए सर्विलांस प्रक्रिया को और मजबूती से लागू कराने की बात कही है.


कोरोना संक्रमण के केस देश और प्रदेश में लगातार कम हो रहे हैं लेकिन 1 दिन पहले कानपुर में एक साथ 22 नए संक्रमितों के मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप सा मच गया. स्वास्थ्य विभाग ने जब इनके आंकड़ों पर गौर किया तो 22 में से 2 हरदोई और औरैया के जबकि बाकी 20 लोग कानपुर शहर के 18 विभिन्न क्षेत्रों में निवास करने वाले निकले. इसके बाद इन सभी 20 कोरोना वायरस मरीजों के संपर्क में आए 50-50 लोगों के सैंपल से जुटाए गए और इनकी rt-pcr जांच कराई गई. राहत की बात यह रही कि कराए गए कुल 1403 सैंपल कोरोना नेगेटिव पाए गए.


20 कोरोना मरीजों की विभिन्न लोकेशन पर निगाह रखी जा रही है


अब शहर के 20 कोरोना मरीजों की विभिन्न लोकेशन पर निगाह रखी जा रही है. गौरतलब है कि बुधवार को जो 22 मरीज मिले थे उनमें से 4 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं, जबकि 2 बच्चे भी हैं. 20 लोगों से संपर्क में आने वाले सभी 1403 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी उनको एहतियातन अलग कर दिया गया है. शहर के जिन 18 अलग-अलग लोकेशन में 20 नए कोरोना के मरीज मिले हैं, वहां निगरानी समितियों को चौकन्ना कर दिया गया है. इन क्षेत्रों में विशेष तौर पर बच्चों के लिए तैयार मेडिकल किट दी जा रही है. बच्चों पर खास तरह की निगरानी के निर्देश का पालन भी कराया जा रहा है.


राहत की सांस ले रहे स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अचानक 22 मरीज मिलने से अधिक सावधान रहने की जरूरत है. हालांकि उनका कहना है कि हालात नियंत्रण में है. डॉ नेपाल सिंह की मानें तो एक साथ निकले 22 कोरोना मरीज दो दिन के एक साथ की गई टेस्टिंग रिपोर्ट का नतीजा रहे. 26 और 27 जुलाई की टेस्टिंग रिपोर्ट में 22 मरीज कोरोना पॉजिटिव निकले हैं. हालांकि अब स्वास्थ्य महकमा माइक्रो मैनेजमेंट में लग गया है. एक भी कोरोना मरीज मिलने पर उसके संपर्क में आने वाले सभी लोगों की टेस्टिंग कराई जाएगी. इसके अलावा हॉटस्पॉट की तर्ज पर उस क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी जाएगी है. ताकि किसी भी तरह से कोरोना के लक्षण मिलने पर ट्रीटमेंट तुरंत शुरू करवा दिया जाए और हालात गंभीर होने से पहले उसे नियंत्रित किया जा सके. कोरोना मरीज मिलने वाली जगह के आसपास खास फोकस किया जा रहा है. जिसमें निगरानी समितियां को और ज्यादा सक्रिय कर दिया गया है.


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