एटा, एबीपी गंगा। मुरादाबाद जिले में कोरोना महामारी से हुई आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ. निजामुद्दीन की मौत के बाद अब एटा के संविदा डॉक्टरों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से उन्हें पीपीई किट्स और एन 95 मास्क दिए जाने की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा है कि वे दिन रात कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लगे हैं, ऐसे में उन्हें भी कोरोना संक्रमण का खतरा है। इसके साथ ही इन लोगों ने कोरोना से जान गंवाने वाले मुरादाबाद के डॉक्टर निजामुद्दीन की पत्नी को नौकरी देने और सरकार से तुरंत उनके परिजनों को बीमा राशि अविलंब दिए जाने की मांग की है।


दरअसल, एटा जिले में तैनात राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के संविदा डॉक्टर ने कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए ये मांग की है। उनका कहना है कि बिना ठीक से सुरक्षा उपायों के कोरोना के संक्रमण का खतरा है। इनका कहना है कि अगर वे लोग इस महामारी में जान हथेली पर रखकर काम कर रहे हैं तो सरकार को भी चाहिए कि उनके सुरक्षा उपायों के बारे में विचार करे। इन्होंने बताया कि 5 लोगों की टीम में मात्र एक व्यक्ति को पीपीई किट दी जा रही है, जिससे अन्य लोगों को संक्रमण का खतरा बना हुआ है।


इसके साथ ही डॉक्टर्स ने वेतन वृद्धि करने और सेवाएं नियमित की जाने की मांग भी उठाई। संविदा डॉक्टर्स ने प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रविन्द्र चौहान के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के नाम भी एक ज्ञापन भेजा। इस ज्ञापन में कोरोना से जान गंवाने वाले डॉ. निजामुद्दीन की मौत के बाद उनकी पत्नी को अनुकंपा के आधार पर नौकरी और बीमा राशि देने की मांग की है।