दिल्ली बम ब्लास्ट मामले को लेकर सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद के बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है. मीडिया में सामने आए बयान में इमरान मसूद ने इस घटना से जुड़े गिरफ्तार मुस्लिम डॉक्टर को “भटका हुआ युवक” बताया था. उनके इस शब्द चयन को लेकर अलग-अलग संगठनों और व्यक्तियों ने आपत्ति जताई है.

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मुजफ्फरनगर के योग साधना आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी यशवीर जी महाराज ने इस बयान पर कड़ा विरोध जताया है. उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि सांसद का यह बयान संदेह पैदा करता है और सुरक्षा एजेंसियों को उनके संबंधों की जांच करनी चाहिए. स्वामी यशवीर ने यह भी कहा कि उन हिंदू मतदाताओं को भी अपने सांसद से जवाब मांगना चाहिए जिन्होंने उन्हें वोट दिया था.

स्वामी यशवीर जी महाराज वही व्यक्ति हैं जिन्होंने कांवड़ यात्रा के दौरान नेम प्लेट और पहचान अभियान चलाया था और तब से लगातार हिंदुत्व मुद्दों को उठाने के कारण सुर्खियों में रहते हैं. अपने वायरल वीडियो में उन्होंने कहा कि दिल्ली बम विस्फोट में पकड़े गए डॉक्टरों को “भटका हुआ युवक” कहना उचित नहीं है. स्वामी का कहना है कि अपराधियों को भटका हुआ बताने के बजाय सख्त शब्दों में निंदा होनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि सांसद समय-समय पर ऐसे बयानों के माध्यम से आरोपियों का बचाव करते दिखाई देते हैं और इसलिए उनकी गतिविधियों की जांच आवश्यक है.

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इस वीडियो में स्वामी यशवीर ने कहा कि जो भी जनप्रतिनिधि राष्ट्रविरोधी विचार प्रस्तुत करता हो उसके मतदाताओं को भी जवाब मांगना चाहिए. उन्होंने भारत सरकार और सुरक्षा एजेंसियों से मांग की है कि सांसद इमरान मसूद के बयान और इरादों की जांच की जाए.

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